सुंदरनगर (नितेश सैनी) : गलवान घाटी में चीन सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिको पर की गई कायराना हरकत के बाद देश के लोगों का आक्रोश अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है देश के लोग लगातार चीन की अर्थव्यवस्था पर चोट पहुंचाते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे ही चोट विश्व हिंदू परिषद हिमाचल प्रदेश द्वारा भी चीन को अर्थव्यवस्था को गिराने के रूप में पहुंचाई जा रही है विश्व हिंदू परिषद हिमाचल प्रदेश द्वारा चीन की राखियों का बहिष्कार कर 50 हजार
स्वनिर्मित राखियां बना कर तैयार की जा रही है यह राखिया कोरोना ड्यूटी पर तैनात कोरोना वारियर्स और सेना के जवानों को लेह-लदाख भेजी जाएंगी।
जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रांताध्यक्ष लेखराज राणा ने कहा कि चीनी सैनिकों द्वारा धोखे से हमारे सैनिकों पर हमला कर कायराना हरकत को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि चीन की इस कायराना हरकत के बाद विश्व हिंदू परिषद हिमाचल प्रदेश ने चीन में निर्मित राखियों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि चीन में निर्मित राखी का बहिष्कार कर अपने देश की आर्थिकी और लोकल फॉर वोकल के नारे को बुलंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत विश्व हिंदू परिषद के आयाम मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी ने स्वनिर्मित राखियां बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इन राखियों हमारे कोरोना वारियर्स और लेह-लदाख में सेना के जवानों को भेजी जाएंंगी। उन्होंने कहा कि कुल्लू, मंडी, और बिलासपुर जिला में भी राखियांं तैयार की जा रही है। उन्होंने आम जनता से भी आग्रह किया है कि चीन निर्मित किसी भी वस्तु का इस्तेमाल ना करें। लेखराज राणा ने कहा कि देश के लोगों के लिए चीन का सामान खरीदना दुश्मनों के हाथ में बंदूक देने के समान है। इस अभियान का मकसद चीन के समान का बहिष्कार करने के साथ चीन की आर्थिक व्यवस्था को गिराना भी है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के अंदर इस समय विश्व हिंदू परिषद द्वारा 50 हजार से अधिक राखिया तैयार की जा रही है और पंडोह से आर्मी के ट्रकों और अन्य माध्यम से भारत-चीन बॉर्डर पर लड़ाई लड़ रहे सेना के जवानों को भेजी जाएंगी।
विश्व हिंदू परिषद हिमाचल प्रदेश की सदस्य बबली ठाकुर ने बताया कि चीन की कायराना हरकत के बाद विश्व हिंदू परिषद ने निर्णय लिया है कि चीन की निर्मित कोई भी वस्तु खरीदी नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि राखी के त्यौहार के लिए विश्व हिंदू परिषद द्वारा 50 हजार राखियां घर-घर पर तैयार की जा रही हैं उन्होंने कहा कि यह राखियां वीर जवानों को बॉर्डर पर भेजी जाएंगी और इसके साथ जो भी कोरोना वारियर्स की ड्यूटी मैं तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और प्रशासन के अधिकारियों को दी जाएंगी।