पत्रकारों से बात चित के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि पांच साल का पीरियड होता है और मानकोटिया चार साल ठीक रहते हैं, और आखिर साल में उनको मिर्गी का दौरा पड़ जाता है। उन्होंने यहां तक कह डाला कि मानकोटिया कांग्रेस पार्टी में थे ही नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानकोटिया ने जब जब दोस्ती का हाथ बढ़ाया तो हमने भी अपना हाथ आगे बढ़ा दिया, इसके बाद जो कुछ भी हुआ वह सबके सामने है। जाहिर है कि पिछले दिनों मेजर विजय सिंह मानकोटिया को पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष पद से हटाने जाने पर उन्होंने सीएम वीरभद्र सिंह के खिलाफ कई आरोप लगाए थे। मानकोटिया प्रकरण पर कांग्रेस संगठन ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है, मुख्यमंत्री ने अपने अध्यक्ष पर भी तंज कसा उन्होंने कहा कि संगठन नाम की कोई चीज़ ही नहीं।