जनता बताएं कितना हुआ विकास ,कितनी हुई प्रगति

‘50 साल के रंग पर्यटन के संग’ शीर्षक पर पर्यटन विभाग का ऑनलाइन अभियान, यादगार 50 छायाचित्रों के लिए 50 प्रतिभागियों को किया जाएगा पुरस्कृत

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राज्य के 50वें पूर्ण राज्यत्व दिवस के उपलक्ष्य पर ‘‘50 साल के रंग पर्यटन के संग’’ शीर्षक पर राज्य पर्यटन विभाग एक ऑनलाइन अभियान आयोजित कर रहा है। इसका उद्देश्य वर्ष 1971 से आज तक प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में हुए विकास एवं उन्नति को दर्शाना है। इस अभियान के अंतर्गत आम नागरिकों से पर्यटन क्षेत्र में हुए विकास को लेकर सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं। अभियान का आयोजन हिमाचल डॉट माईगॉव डॉट इन पोर्टल पर किया जा रहा है।

पर्याटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव देवेश कुमार ने बताया कि आम जनता अपने सुझाव के माध्यम से पिछले 50 वर्षों में हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में हुए विकास एवं प्रगति के बारे में बता सकते हैं साथ ही पर्यटन गतिविधियों के बढ़ने से राज्य में पर्यटन को कितना बढ़ावा मिला है इस बात की भी जानकारी सांझा कर सकते हैं। यह बात किसी आकर्षक फोटो जैसे प्रदेश के किसी भी पर्यटन स्थल के पुराने अथवा नए यादगार रंगीन या श्याम-श्वेत छाया चित्र के जरिए भी दर्शाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि इस अभियान में भाग लेने वाले प्रतिभागी पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश के सौंदर्य को दर्शाते अथवा धरोहर, झीलें इत्यादि के यादगार फोटो ऑनलाइन भेज सकते हैं। इसके आलावा, आम जनता हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में हुई प्रगति एवं विकास के बारे में अपने बहुमूल्य सुझाव भी भेज सकते हैं जो 100 शब्दों से अधिक नहीं होने चाहिए।

देवेश कुमार ने कहा कि आकर्षक यादगार फोटो भेजने वाले प्रतिभागी को राज्य पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग पुरस्कृत करेगा। विभाग 50 यादगार छायाचित्रों के लिए 50 प्रतिभागियों को चुनेगा तथा प्रत्येक को दो-दो हजार रुपए की राशि बतौर ईनाम देगा। चुने गए 50 प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किए जाएंगे। आकर्षक यादगार फोटो तथा सुझाव, प्रदेश सरकार के पोर्टल हिमाचल डॉट माईगॉव डॉट इन पर भेजने होंगे। इसमें प्रतिभागी को अपना नाम-पता, फोन नंबर, ई-मेल का विवरण देना होगा।

उन्होंने कहा कि एक प्रतिभागी अधिकतम पांच छायाचित्र ही भेज सकता है। फोटो केवल हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को दर्शाने वाली होनी चाहिए। ऑनलाइन भेजी गई फोटो के बारे में प्रतिभागी को पोर्टल पर दिए गए भाग में यह बताना होगा कि उसके द्वारा भेजी गई फोटो में कोई विवाद या कॉपीराइट नहीं है। फोटो हाई रेसोलुशन वाला होना चाहिए। पर्यटन सम्बन्धी पुराने यादगार फोटो को स्कैन कर भी भेजा जा सकता है।

देवेश कुमार ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत चुने गए 50 बेहतरीन सुझावों को विभाग अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा। विभाग के पास यह अधिकार रहेगा कि पुरस्कार विजेता 50 यादगार छायाचित्रों को विभाग प्रचार के लिए किसी भी तरह के माध्यमों में उपयोग कर सकेगा। इसके अतिरिक्त प्रतियोगिता में किसी भी तरह के बदलाव का अधिकार पर्यटन विभाग के पास ही सुरक्षित रहेगा। अभियान की अंतिम तिथि 20 नवम्बर, 2020 निर्धारित की गई है। प्रतिभागियों से आग्रह किया गया है कि 20 नवम्बर से अपनी पूर्व फोटो एवं सुझाव साझा करें।

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