सुंदरनगर:
सुंदरनगर : वर्तमान भाजपा सरकार भ्रष्टाचार में सर से पांव तक डूबी हुई है। मंत्रियों पर आए दिन भ्रटाचार के नित नए आरोप लग रहे हैं। आरोपों की जांच निष्पक्ष एजेंसी से करवाए जाने के बजाए मुख्यमंत्री अपने ही अधीन विजिलेंस से तथाकथित जांच का ढोंग करवा खुद अपनी सरकार को क्लीन चिट देने का स्वांग रच रहे हैं। ये शब्द कांग्रेस प्रवक्ता अलकनंदा हांडा ने अपने वक्तव्य में कहे हैं। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि मुख्यमंत्री अपने ही मंत्रियों द्वारा किए भ्रष्टाचार के आगे चुप्पी साधे हुए हैं। भाजपा सरकार के मंत्री दवाईयों की खरीद, जमीनों की खरीद, विभागों द्वारा जरूरत से अधिक सामग्री के खरीद के कारण शक के घेरे में हैं, उस पर मुख्यमंत्री की चुप्पी उनके ईमानदार होने पर प्रश्नचिन्ह लगा रही है।
अलका हांडा ने कहा कि वर्तमान में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि मंडी में ही सीवरेज का टेंडर होने से पूर्व करोड़ों रूपए की पाइपें खरीदी जा चुकी हैं। जिन्हें सुरक्षित जगह स्टोर न कर जगह जगह सड़क किनारे फैंका गया है। पाइपों पर कहीं पहाड़ गिर रहे हैं तो कहीं भूस्खलन की चपेट में आ रही हैं। उन्होंने सरकार से पूछा है कि सरकार की संपत्ति को हो रहे इस नुक्सान के लिए किसकी जबाबदेही बनती है यह सुनिश्चित किया जाए। कांग्रेस प्रवक्तता ने कहा कि सीवरेज के टेंडर से पूर्व ही करोड़ों रूपयों की खरीद की जांच अवश्य होनी चाहिए। शासन प्रशासन को बताना होगा कि क्या कारण है कि इतना समय बीत जाने के बाद भी सीवरेज का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार निष्पक्ष जांच करवाती है, तो निश्चित रूप से एक बड़ा घोटाला सामने आएगा, परंतु विजिलेंस से ही जांच करवाई गई तो सिर्फ लीपापोती के अलावा और कुछ नहीं होगा।