मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वीरवार को हुई प्रेस वार्ता में खुल कर बोले। बात चाहे फिर विपक्ष द्वारा लगाए गए घोटालों से संबंधित थी या फिर कोविड-19 के संबंध में, जयराम ठाकुर ने खुल कर स्पष्टता से अपनी बात उपस्थित मीडिया कर्मियों के बीच रखी। एक और उन्होंने विपक्ष को जम कर आड़े हाथों लिया तो वहीं बेनामी पत्रों की मीडिया कवरेज को लेकर खट्टी-मीठी सुनाते हुए सवाल किया। उन्होंने पत्र लेखक को पाताल से ढूंढ कर लाने की दृढ़ता दिखाते हुए दोषियों को न बख्शने की भी बात कही।
आभार व्यक्त किया:
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले कोरोना के सकंट के इस दौर में सहयोग देने के लिए कोरोना वारियर्स के साथ-साथ जनता का आभार व्यक्त किया साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए विश्वास जताया कि उनके सशक्त नेतृत्व में देश कोरोना पर जीत हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनने की महत्वपूर्ण सीख दी है।
कोरोना स्तिथि पर दिया अपडेट:
उन्होंने प्रदेश में कोरोना स्तिथि पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में पहले लॉक डाउन में कोरोना के 40 केस थे ,जिनमें से केवल एक ही मामला सक्रिय रह गया था। दूसरे लॉक डाउन में अन्य राज्यों में रह रहे प्रदेशवासियों को बड़ी संख्या में मानवता के आधार पर प्रदेश वापस लाया गया जबकि यह सर्वविदित था कि उनके साथ ही प्रदेश में कोविड-19 के मामले भी आएंगे पर राज्य सरकार की कोरेंटिन की मजबूत व्यवस्था के कारण कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड नहीं हो पाया।
प्रदेशवासियों की वापसी का दिया ब्यौरा :
उन्होंने प्रदेशवासियों को वापस लाने में हुए साधनों, लोगों की संख्या और खर्चों का पूरा ब्यौरा प्रेस वार्ता में रखा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 1लाख 70 के करीब लोग लाए गए हैं । 13 ट्रैनों के माध्यम से कुल 6115 लोग लाए गए जिसमें 51 लाख रुपये व्यय किए गए हैं। वहीं 3.5 करोड़ रुपये व्यय कर बसों के माध्यम से 45 हजार लोग लाए गए।
प्रदेश में कोरोना की स्तिथि संतोषप्रद:
उन्होंने कहा की लोगों के आने से कोरोना की संख्या में निश्चित तौर पर वृद्धि हुई है और इससे प्रदेश में चिंता भी बढ़ी है। लेकिन मृत्यु दर राज्य में 1.52 है और रिकवरी दर 40 प्रतिशत है। यह अनुपात देश के अन्य भागों से कम है और प्रदेश की स्तिथि संतोषप्रद है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में टेस्टिंग लैब 5 है और प्रतिदिन टेस्टिंग की संख्या 14-1500 के लगभग हो गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश में कोरोना की स्तिथि में सुधार होगा।वहीं उन्होंने अनलॉक -1का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार अपने नागरिकों के जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है।उन्होंने कहा कि पीएम मोदी द्वारा भी प्रदेश सरकार की कोरोना से निपटने के लिए की गई एक्टिव केस फाइंडिंग जैसी व्यवस्थाओं की सराहना की और सभी राज्यों में इस व्यवस्था को अपनाने की बात कही।
राजनीति करता रहा विपक्ष:
मुख्यमंत्री ने कहा कि लेकिन इस संकट के समय भी विपक्ष और कुछ लोग राजनीति करने से बाज़ नहीं आए और राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया। सरकार पर कमियों का आरोप गढ़ते रहे। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने स्वयं जनहित में कोई कार्य नहीं किया लेकिन 12 करोड़ रुपये का खर्च अपने हाईकमान को भेज दिया। विपक्ष के मदद के दावों पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि यह विपक्ष की कोरी बातें हैं। उन्होंने विपक्ष से सवाल पूछते हुए कहा कि 12 करोड़ रुपये का खर्च दिखा कर विपक्ष क्या साबित करना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि यह समय कोरोना से एकजुट हो कर लड़ने का है ,राजनीति करने का नहीं। उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार सरकार पर, पटवारी आदि घोटालों को लेकर संविधान में बयानबाजी करती रही, जबकि उच्च न्यायालय द्वारा सभी डाली गई याचिकाओं को खारिज कर दिया गया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने विपक्ष से सवालिया प्रहार करते हुए कहा कि अब विपक्ष का इस संबंध में चुपी साधे हुए हैं।
दोषी को बख्शने की कोई गुंजाइश नहीं :
विपक्ष द्वारा स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों के आरोपों पर भी उन्होंने तल्ख स्वर में कहा की सरकार द्वारा घोटालों पर कड़ा संज्ञान ले लिया गया है और चाहे कोई भी दोषी हो, किसी को बख्शने की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा पारदर्शिता से कार्य करने वाली पार्टी है ,इसमें गलत करने वालों को बख्शा नहीं जाता। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस संबंध में उचित कार्यवाही की है।
बेनामी पत्रों के दम पर विपक्ष मांग रहा त्यागपत्र:
उन्होंने कहा कि कार्यवाही के बावजूद भी विपक्ष राजनीति करने से बाज नहीं आया और बेनामी खतों के द्वारा सरकार पर उंगलियां उठाता रहा। उन्होंने कहा कि अपना स्कोर सैटल करने के लिए अधिकारी ,नेता और संस्था के नाम पर पत्र भेजते रहे और इन खतों के दम पर राज्यपाल से उनके त्यागपत्र की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष बेनाम पत्र की आड़ में सरकार को घेरने का काम करता रहा है।
पत्र लिखने वालों को पताल से भी लाएंगे खोज कर:
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें प्रतिदिन कार्यालय में 5-6 पत्र प्राप्त होते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इस प्रकार की आपराधिक कार्य के लिए एफआईआर दर्ज की जाएगी साथ ही मानहानि का केस भी किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि बेनामी खत लिखने वाले को पताल से भी ढूंढ कर सरकार जरूर लाएगी। सरकार इस बात की सच्चाई तक जाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने विपक्ष से भी इस गुमनामी चिठ्टी लेखक का पता बताने का आग्रह किया ।
मीडिया से पूछा प्रश्न:
मीडिया में इन गुमनाम पत्रों ने कवरेज पा कर खूब सुर्खियां बटोरीं। आए दिन कोई न कोई चर्चे सामने आते रहे। विपक्ष द्वारा इन पत्रों को लेकर खूब राजनीति की गई। मुख्यमंत्री ने इन पत्रों के संबंध में मीडिया में कवरेज देने के लिए मीडिया कर्मियों से प्रश्न किया। उन्होंने मीडिया से पूछा कि क्या ऐसे पत्रों को कवरेज देना उचित है या नहीं।
वेंटिलेटर मामले पर बोले सब्र रखें विपक्ष:
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड -19 पर सरकार की भावनाओं और निष्ठा को आहत करने का प्रयास न करें। उन्होंने विपक्ष से सब्र रखने को कहते हुए कहा कि जल्दबाजी में किसी भी निष्कर्ष पर न पहुंचे अन्यथा जग हंसाई का पात्र बनेगा विपक्ष। उन्होंने कहा कि सरकार ने पीपीई किट में कहीं कोई अनियमितता नहीं पाई गई है लेकिन दो लोगों की तथाकथित बातचीत पर यथासंभव कार्यवाही की जा चुकी है। वेंटिलेटर के मामले पर उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर की खरीद की टेंडरिंग एचएलएल की प्रमुखता में न होने के कारण की गई थी। उन्होंने कहा कि अब यह वेंटिलेटर सुचारू रूप से मुफ्त मिल रहे हैं इसीलिए टेंडरिंग द्वारा खरीद नहीं की जा रही है।
राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से काम न करें:
उन्होंने कहा कि सरकार पारदर्शिता से कोविड -19 की लड़ाई लड़ती रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कभी इस संकट के समय में कभी जनता की सेवा नहीं की है। विपक्ष बार-बार राजनीति न करें बल्कि जन समूह की सेवा करें। उन्होंने कहा कि राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से काम न करें।
पारदर्शिता कायम रखेंगे:
जयराम ठाकुर ने कहा की सरकार पारदर्शिता से काम कर रही है और आगे भविष्य में भी पारदर्शिता को अपनाए रखेगी। उन्होंने कहा कि सरकार पर लगाए गए आरोप निराधार और सत्य पर आधारित नहीं है बल्कि राजनीतिक मकसद से लगाएं गए हैं। विपक्ष द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ये न समझें कि बार-बार शोर मचाकर वह सत्ता हासिल कर लेंगे। सरकार जनता के लिए प्रतिबद्ध है और रहेगी।