ताबो में अनूठा महापंचयती राज

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Tabo
शिमला से करीब 400 किमी दूर लाहौल स्पीति जिले की ताबो पंचायत। इस पंचायत की कई खूबियां हैं। जो इसे सर्व श्रेष्ठ बनाती है। ताबो पंचायत में सफाई व्यवस्था बनाए रखने, पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई ऐसे कायदे कानून हैं। जिन्हें सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। इस पंचायत में पेड़ कटान पर पूरी तरह से पाबंदी है। गांव वाले मोनिस्ट्री में जाकर पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने की कसम भी खाते हैं। पंचायत में शराब और जुए पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। शराब पिए हुए और जुआ खेलते हुए अगर कोई व्यक्ति मिलता है तो उस पर 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। पंचायत में किसी प्रकार का जातीय भेदभाव नहीं है।

प्रधान बनने के लिए 10 वीं पास होना जरूरीे
ताबो पंचायत का प्रधान बनने के लिए उसकी शैक्षिक योग्यता तय की गई है। प्रधान पद के लिए वह ही व्यक्ति आवेदन कर सकता है तो कम से कम दसवीं पढ़ा हो। इसके अलावा पंचायत प्रधान का कोई भी रिश्तेदार ठेकेदार नहीं होना चाहिए। यदि कोई ठेकेदार है तो उसके रिश्तेदार के पंचायत प्रधान बनते ही उसके ठेकेदारी की मनाही होती है। हिमाचल में ऐसी कोई पंचायत नहीं है। जिसने यह तय कर रखा हो कि सिर्फ दसवीं पढ़ा-लिखा ही पंचायत प्रधान बन सकता है।

ज्यादा बैठकें अटेंड करने पर मिलता है इनाम

1200 के करीब जनसंख्या वाली ताबो पंचायत में होने वाली ग्राम सभा की बैठकों में गांव वाले बढचढ कर भाग लेते हैं। ग्राम सभा में सबसे अधिक उपस्थिती दर्ज करवाने वाले गांव को पंचायत की ओर से इनाम दिया जाता है। इसके अलावा उस गांव के मुखिया को 29 मई को होने वाले समारोह में सम्मानित भी किया जाता है। ग्राम सभा में पंचायत में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। पंचायत को मिलने वाले फंड और उसके खर्च के बारे में सोशल ऑडिट करवाया जाता है।

1996 से गांव में सफाई के लिए रखा है रेग्युलर कर्मी
पंचायत प्रधान डेचन आंगमो का कहना है कि गांव में 1996 के बाद से स्वच्छता को लेकर विशेष अभियान चलाया जाता है। हर महिने के पहले सप्ताह में एक दिन सारे गांव वाले सफाई अभियान चलाते हैं जिसमें हरेक घर से एक व्यक्ति का आना अनिवार्य बनाया गया है। यदि किसी घर से कोई नहीं आता है तो उसे 500 रुपए जुर्माना लगाया जाता है। इसके अलावा गांव में दो रेगुलर सफाई कर्मचारी तैनात कर रखे हैं और कुड़े को उठाने के लिए एक ट्रेक्टर भी रखा गया है।

पंचायत में शत प्रतिशत साक्षरता दर
ताबो पंचायत में शत प्रतिशत साक्षरता दर है। पंचायत प्रधान डिचन आंगमो का कहना है कि पंचायत के आधीन आने वाले तीनों गांवों में सरकारी स्कूल हैं। जबकि ताबो गांव में ऐतिहासिक मोनेस्ट्री की ओर से कए 12 वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए प्राइवेट स्कूल भी है। स्कूल में छात्रों के रहने और खाने की भी व्यवस्था है। इसके अलावा अब ताबो में रोयोन संस्था की ओर से सबसे उंचाई वाले क्षेत्र में हेरिटेज रन मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। इससे भी ताबो की प्रतिष्ठा में बढोतरी हुई है।

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