
हिमाचल प्रदेश में कोरोना योद्धाओं के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सफाई कर्मचारियों को सतलुज जल विद्युत निगम के कर्मचारियों ने अपनी तनख्वाह से 5 हजार की राशि पुरस्कार के तौर पर भेंट की है। निगम के कर्मचारियों ने एमसी शिमला के 1250 सफाई कर्मचारियों को कोरोना संकट के दौरान सेवाएं देने के लिए ये पुरुस्कार राशि दी गई है। निगम के अध्यक्ष व प्रबंधक निदेशक नंद लाल शर्मा ने इसकी जानकारी दी।
दी गई 5 हजार की राशि:
नंद लाल शर्मा ने कोरोना योद्धाओं के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोरोना काल में फ्रंट लाइन योद्धाओं में सफाई कर्मचारियों का योगदान सराहनीय है और उनके इस योगदान को सम्मान देने के लिए एसजेवीएन के सभी कर्मचारियों ने अपना एक दिन का मानदेय भेंट किया है जिसके तहत सफाई कर्मचारियों को 5-5 हजार रुपये की राशि दी जा रही है । उन्होंने कहा कि इन योद्धाओं में एमसी शिमला के कर्मचारी और सैहब सोसाइटी के कर्मचारी हैं। एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन सदैव ही सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक रहा है। कोविड-19 महामारी में भी सरकार और आम जनता के साथ विरुद्ध लड़ाई में खड़ा है।
पीएम और सीएम कोविड -19 केयर में भी दे चुके हैं दान:
एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन के कर्मचारी कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए पहले ही पीएम केयर फंड में एक दिन के वेतन और सीएम रिलीफ फंड में एक दिन के वेतन का अंशदान दे चुके हैं। पीएम केयर फंड में 25 करोड़ रुपये की राशि दी है और हिमाचल प्रदेश सरकार को 2 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की है। इसके अलावा कोरोना संकट के दौरान जरूरतमंदो को भोजन और अन्य जरूरी सामान का भी वितरण किया जा रहा है।
