
आज शनिवार राजधानी शिमला का प्रसिद्ध इंडियन कॉफी हॉउस दिल्ली रेड जोन एरिया से लौटे कर्मचारी के आने के बाद एहतियातन बंद कर दिया गया है और अब आगामी आदेशों तक इसे बंद ही रखा जाएगा। कॉफी हॉउस प्रबंधन द्वारा सूचित किए जाने के बाद शिमला जिला प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए कॉफी हॉउस को बंद कर दिया है और उक्त कर्मचारी पर मामला दर्ज कर उसे ग्रैंड होटल में संस्थागत कोरेंटिन कर दिया गया है। साथ ही स्टाफ को भी आइसोलेट कर दिया गया है।
दिल्ली से बिना अनुमति लौटा कर्मचारी कॉफी हाउस के किचन में घुसा:
कॉफी हॉउस के कर्मचारियों में उस वक़्त हड़कंप मच गया जब उनका एक साथी कर्मचारी दोपहर करीबन 2 बजे सीधा किचन में प्रवेश कर गया। यह कर्मचारी दिल्ली से आज ही लौटा था और सीधा ही ग्राहकों के रहते कॉफी हॉउस में प्रवेश कर गया। राजेश कुमार नाम के इस कर्मचारी के पास प्रदेश में आने के लिए न ही अनुमति थी न ही कोविड पास था। बिना प्रशासन को सूचित किए यह एचआरटीसी की बस द्वारा राजधानी शिमला में प्रवेश कर गया।
कॉफी हॉउस के प्रबंधक आत्माराम शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें जैसे ही इस कर्मचारी के आने की सूचना मिली ,उन्होंने उसे बाहर निकलने के लिए कहा लेकिन वह उल्टा उनसे और स्टाफ से भिड़ गया । कर्मचारियों के मुताबिक व्यक्ति ने अंदर आकर गाली गलौज की और जान से मारने की भी धमकी दी। प्रबंधन द्वारा जिला प्रशासन और पुलिस को सूचित करने के बाद कार्यवाही की गई और उक्त कर्मचारी को ग्रैंड होटल में कोरेंटिन किया गया।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों की सूची की जा रही तैयार:
प्रशासन कॉफी हाउस में तैनात अन्य कर्मचारियों की सूची बनाने में जुट गया है। उस दौरान में मौजूद और उसके संपर्क में आए कर्मचारियों की जानकारी पुलिस प्रशासन द्वारा ली जा रही है। जानकारी के अनुसार तकरीबन 11 कर्मचारियों को आइसोलेट भी किया गया है।
कार्यवाही के लिए आए पुलिसकर्मी भी किए गए आइसोलेट:
कार्यवाही के लिए आए एएसआई नसीब ठाकुर और उनके साथ आए दो अन्य पुलिसकर्मियों को भी सुरक्षा के मद्देनजर आइसोलेट किया गया है।
बयान उपायुक्त शिमला अमित कश्यप:
उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने जानकारी देते हुए
कहा कि कॉफी हॉउस का यह कर्मचारी बिना किसी सूचना के चोरी-छिपे राजधानी शिमला में प्रवेश कर गया। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारी वाहन बदल-बदल पर थोड़ी-थोड़ी दूरी तय कर आया। कॉफी हॉउस प्रबंधन द्वारा सूचना मिलने पर त्वरित कार्यवाही की गई। बाकी के अन्य स्टाफ को भी आइसोलेट कर दिया गया है और प्रोटोकॉल के तहत सात दिन बाद उनके जांच के लिए सैंपल लिए जाएंगे ।
बालूगंज में मुहैया करवाई जा रही है जरूरी चीजें:
वहीं कंटेंमेंट जोन घोषित किए गए बालूगंज क्षेत्र के बारे में डीसी अमित कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि कल बालूगंज उपनगर में कोरोना के मामले पाए जाने के बाद इलाके को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया गया है। इलाके में सभी तरह की आवाजाही बंद की गई है और लोगों की सुविधा के लिए आवश्यक सामग्री लोगों को उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि आज बालूगंज क्षेत्र से 78 कोरोना सैंपल लिए गए हैं और सभी के नेगेटिव पाए जाने के बाद बालूगंज क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि लिए गए 78 सैंपल्स में से अधिकतर सैंपल्स दुकानदारों के हैं क्योंकि कोरोना का मरीज उन दुकानदारों के संपर्क में आया था और ऐसी स्थिति में उनका सैंपल ले जाना आवश्यक था।
प्रशासन की नाक तले सीमा में घुस रहे लोग :
प्रशासन की नाक तले सीमा में लोग घुस रहे हैं। आज का यह मामला भी प्रशासन को चकमा दे कर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर सीधा राजधानी के सबसे व्यस्त क्षेत्र में स्तिथ इंडियन कॉफी हॉउस में घुस आया। यहाँ से कुछ ही मीटर पर रिज मैदान और माल रोड है जबकि साथ ही जिलाउपायुक्त कार्यालय भी है। यह पहला मामला नहीं है जब इस तरह जनता में से कोई व्यक्ति अंदर घुस आया हो। इससे पहले भी कई लोग अंदर आ चुके हैं। गनीमत रही कि इनकी सूचना सही समय पर प्रशासन को हो गई और इन्हें सही वक्त पर प्रशासन द्वारा कोरेंटिन कर दिया गया। प्रशासन द्वारा बार -बार अपने आने की सूचना देने का लोगों से आग्रह किया जा रहा है लेकिन कुछ लोग सरकार के आग्रह और आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं और अपने परिवार और समाज को खतरे में डाल रहे हैं। बहरहाल लोगों द्वारा नियमों को ताक पर रखा जाता रहेगा लेकिन प्रशासन को भी अब और ज्यादा मुस्तेदी दिखानी होगी ताकि इस प्रकार की लापरवाही या चूक दुबारा देखने को न मिले और अपने शहर को कोविड-19 के खतरे से बचाया जा सके।