डीजीपी पद के लिए सरकार ने लगाई संजय कुंडू के नाम पर मोहर..

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पुलिस महानिदेशक सीताराम मरडी 31 मई को रिटायर होने जा रहे हैं और उनके बाद प्रदेश के अगले डीजीपी के लिए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय कुंडू के नाम पर सरकार ने पक्की मोहर लगा दी है।  संजय कुंडू 1989 बैच के आईपीएस रह चुके हैं। 


डीजीपी के पदभार पर तीन नामों पर थी चर्चा:

प्रदेश में डीजीपी पद के लिए तीन अधिकारियों के नामों पर खूब चर्चा थी। इनमें से जिन तीन अधिकारियों के नाम शामिल हैं, उनमें 1984 बैच के पूर्व डीजीपी व डीजी जेल सोमेश गोयल के अलावा 1989 बैच के आईपीएस व प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय कुंडू और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे संजीव रंजन ओझा शामिल थे।
इनमें से सोमेश गोयल को गुड़िया मामले के चलते हटा दिया गया था वहीं संजीव रंजन ओझा का बतौर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति कार्यकाल अभी काफी लंबा है ऐसे में दोनों नामों पर सहमति नहीं बनी और संजय कुंडू की प्रदेश पुलिस महानिदेशक पद पर सरकार ने मोहर लगा दी।
पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में एडीजी कानून व्यवस्था के पद पर कार्यरत थे। बाद में कुंडू केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे। केंद्र में वह जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।

विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनते ही जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार को पत्र लिख कर कुंडू को वापस प्रदेश बुला लिया और अतिरिक्त प्रधान सचिव पर उनकी नियुक्ति की गई।

5 साल जूनियर हैं कुंडू:

1989 बैच के संजय कुंडू दूसरे अधिकारियों से जूनियर हैं। सोमेश गोयल 1986 बैच के हैं। डीजीपी पद के लिए इससे पहले भी जूनियर बैच के अधिकारियों का चयन होता रहा है। वर्तमान पुलिस महानिदेशक एस.आर मरडी 1984 बैच के हैं। इसके अलावा कुंडू 30 वर्ष का पुलिस विभाग में सेवाकाल  और 2 वर्ष की सर्विस बाकी रहने की शर्तों को भी पूरा करते हैं।

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