
शिमला। हिमाचल में इस समय आईपीएस अधिकारी संजय कुंडू को जयराम सरकार में अहम जिम्मेदारी मिलने से कई तरह की चर्चाओं, का दौर है, लेकिन एक बात तय है कि संजय कुंडू पर मुख्यमंत्री का खास भरोसा है। यही कारण है कि उन्हें मुख्यमंत्री ने अपने प्रधान सचिव का पद दिया है। संजय कुंडू न केवल सीएम जयराम के भरोसेमंद हैं, बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार भी उनकी काबिलियत पर विश्वास करती है। कुंडू हिमाचल आने से पहले केंद्र में भी सेवाएं दे चुके हैं। यही नहीं, वे पीएम नरेंद्र मोदी के गंगा को पुनर्जीवन देने वाले ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे हैं। संजय कुंडू 1989 बैच के आईपीएस अफसर हैं। वे केंद्र में जल संसाधन मंत्रालय में नदी विकास और गंगा पुनर्जीवन परियोजना से जुड़े रहे। साथ ही उन्होंने नेशनल वॉटर डवलपमेंट एजेंसी के डीजी का अतिरिक्त पदभार भी संभाला है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें हिमाचल बुलाया और क्वालिटी कंट्रोल स्कवायड का जिम्मा सौंपा। ताजा फेरबदल में उन्हें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। राजनीतिक गलियारों व सत्ता के गलियारों में चर्चा है कि एक आईपीएस अफसर पर इतना भरोसा क्यों? कहा जा सकता है कि जो काबिल अफसर होगा, वो अपनी जगह अपने काम से खुद बनाएगा। संजय कुंडू ने भी इसे साबित किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ढर्रे से हटकर सोचते हुए विशेषज्ञों को सचिव/संयुक्त सचिव स्तर के पदभार सौंपे हैं। यानी आईएएस जो हमारी प्रशासन की तरकश में बुद्धिमता के तीक्ष्ण तीर हैं उसमें तकनीकी ज्ञान के तीरों के रूप में विशेषज्ञों का समावेश किया। कुछ इसी प्रकार प्रतिभा के आधार पर एक प्रतिभावान आईपीएस को मुख्यमंत्री प्रशासन का एक अहम अंग बना कर, मुख्यमंत्री जयराम पीएम नरेंद्र मोदी की सोच को आगे बढ़ाते दिख रहें हैं।