हिमाचल प्रदेश भाजपा सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब भाजपा सरकार के एक कैबिनेट मंत्री पर कथित रूप से भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। एक व्यक्ति ने शिकायत में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पर अपने और अपने परिवार जनों के नाम से गैर कानूनी तरीके से संपत्ति जुटाने के आरोप लगाए हैं। व्यक्ति की शिकायत पर विजिलेंस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और यदि जांच में कुछ पाया जाता है तो सरकार की अनुमति लेकर इस मामले पर विजिलेंस जांच कराई जाएगी। इस मुद्दे पर अब विपक्ष ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है और सरकार से कैबिनेट मंत्री का नाम उजागर करने की मांग की है।
भाजपा मंत्रियों पर पहले भी लग चुके हैं आरोप :
इससे पहले भी कोरोना संकट काल के दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल का नाम भी अप्रत्यक्ष रूप से स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले में जुड़ गया था जिसके बाद उन्होंने नैतिक आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब एक बार फिर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पर आरोप लगने से प्रदेश सरकार घिरती हुई नजर आ रही है। कैबिनेट मंत्री पर आरोप लगने के बाद विपक्ष को एक बार फिर बैठे-बिठाए सरकार को घेरने का मौका मिल गया है। बता दें कि इससे पहले भी वरिष्ठ नेता मेजर विजय मनकोटिया प्रदेश सरकार के मंत्री पर गलत तरीके से जमीन की खरीद-फरोख्त और संपत्ति जुटाने का आरोप लगा चुके हैं।
विपक्ष ने की मंत्री का नाम सार्वजनिक करने की मांग :
हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पर लगे कथित भ्रष्टाचार के आरोप पर कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि यह सरकार पूरी तरीके से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। राठौर ने कहा कि इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते इस्तीफा दिया था लेकिन तब वह मामला दबा दिया गया। उन्होंने कहा एक बार फिर प्रदेश की सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। राठौर ने कहा हालांकि देश और प्रदेश दोनों जगह भारतीय जनता पार्टी की सरकार हैं लेकिन इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने जांच के पूरी हो जाने तक मंत्री से इस्तीफे की मांग की है साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों पर घिरे मंत्री का नाम सरकार से सार्वजनिक करने की भी मांग की ।
बोले मुख्यमंत्री.. फ़िलहाल टिप्पणी करना उचित नहीं:
हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पर लग रहे कथित भ्रष्टाचार के आरोपों के प्रश्न पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायत के तथ्यों की जांच की जाएगी और फिर जो भी जानकारी सामने आएगी उसके आधार पर ही कुछ कहा जा सकता है।