हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने आज राष्ट्रव्यापी आह्वान पर केंद्र सरकार की अलोकतांत्रिक नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। हिमाचल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर की अध्यक्षता में पार्टी कार्यकर्ताओं ने हिमाचल प्रदेश राजभवन के बाहर जोरदार नारेबाजी की। राठौर ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र कोरोना वायरस को नियंत्रण करने में पूरी तरह से नाकामयाब हो गई है। सरकार समय रहते कोई भी ठोस कदम नहीं उठा पाई और आज भारत कोरोना संक्रमण के मामलों में विश्व में तीसरे स्थान पर पहुँच गया। सरकार कोरोना के खिलाफ रणनीति बनाने की जगह कांग्रेस और गैर भाजपा सरकारों को गिराने की रणनीतियां बनाती रही। इसके साथ ही तमाम सरकारी संस्थाओं का निजीकरण करने में जुटी रही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग करके प्रदेशों में सरकारें गिराने का प्रयास कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार पीएम केयर्स फंड में इक्कठे हुए जनता के पैसे का इस्तेमाल विधायकों की खरीद-फरोख्त में कर रही है। उन्होंने केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार से पीएम-केयर्स फंड में आए धन की जानकारी साझा करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को लेकर दोहरी नीति अपनाए हुए है। उन्होंने प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के बेटे अनुराग भारद्वाज के रोहडू में हुए वॉलीबॉल टूर्नामेंट में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि चीनी सैनिकों द्वारा जिला किन्नौर की सीमा के समीप सड़क निर्माण किया जा रहा है और जब स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना दी तो सरकार कदम उठाने की जगह लोगों को ही डरा-धमका रही है। कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उन्हें डराते हैं और कोरोना के ठीक होने के बाद सब कुछ देख लेने की धमकी देते हैं उन्होंने कहा कि वह किसी भी प्रकार डरने वाले नहीं हैं। जनहित में वह और उनकी पार्टी आवाज़ उठाती रहेगी।