इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल शिमला में आज स्वास्थ्य एवं राजस्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन तथा बाल रोगियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए केंद्रीय राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत डीईआईसी केंद्र का शुभारंभ किया गया। कौल सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश के किसी भी क्षेत्र से रोगी ऑनलाईन सुविधा द्वारा स्वास्थ्य जांच के लिए अपना पंजीकरण करवा सकता है। इससे ग्रामीण व दुर्गम क्षेत्रों से आने वाले रोगियों को इंदिरा गांधी अस्पताल में उपचार करने के लिए आने से एक सप्ताह पूर्व अपना पंजीकरण करवाने की सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि आईजीएमसी में रोगी की पर्ची बनाने के लिए लगने वाली लम्बी पंक्ति में भी कमी आयेगी। इस सुविधा के आरम्भ होने से रोगियों को पर्ची बनाने के लिए खर्च होने वाले समय की बचत होगी लेकिन उन्हें स्वास्थ्य जांच में कोई प्राथमिकता नहीं दी जाएगी।
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल शिमला में राष्ट्रीय हेल्थ मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सौजन्य से प्रदेश में खोले गए पहले डीईआईसी; क्पेजतपबज मंतसल पदजमतअमदजपवद बमदजतमद्ध से बाल रोगियों को विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों के उपचार की सुविधा प्राप्त होगी। जिससे नवजात शिशुओं की मृत्यु दर तथा बीमारियों के समूल नाश होगा। उन्होंने बताया कि नवजात शिुशुओं के विभिन्न रोगों का निदान बचपन में ही होने से वह एक स्वस्थ नागरिक बन पाएंगे। उन्होंने बताया कि आईजीएमसी में प्रत्येक बुधवार को विशेषज्ञ चिकित्सा दल द्वारा नवजात शिशुओं के विभिन्न रोगों का उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 18 वर्ष तक के स्कूली विद्यार्थियों के जटिल रोगों के उपचार के लिए एक लाख 75 हजार रुपये का खर्च वहन किया जा रहा है। प्रदेश के सभी स्कूलों में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच समय-समय पर की जा रही है। आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में नवजात शिशुओं के उपचार के निदान बारे लोगों को आवश्यक परामर्श तथा जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करने के लिए जनचेतना अभियान चलाए जाएंगे। इस अभियान के अंतर्गत चिकित्सकों की मोबाईल टीम प्रदेश के ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्रों में लोगों का उपचार करेगी।इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य ओम्कार शर्मा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक हंस राज शर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. बलदेव ठाकुर, आईजीएमसी के प्रधानाचार्य डॉ. केपी चौधरी, वरिष्ठ स्वाथ्यय अधीक्षक डॉ. रमेश चंद, डेंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. लुथरा, बाल रोग विभाग के अध्यक्ष व प्रोफेसर डॉ. अश्वनी कुमार सूद, नोडल अधिकारी डॉ. अंजली चौहान के अतिरिक्त आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सक, नर्सिग अधीक्षक तथा गणमान्य लोग उपस्थित थे।