
शिमला: लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। पहाड़ी राज्य हिमाचल की 4 लोकसभा सीटों के लिए अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा । चुनाव में 51 लाख 54 हजार 854 लाख मतदाता अपने मत अधिकार का प्रयोग करेंगे । प्रदेश में लोकसभा की चारों सीटों पर मतों की गिनती 23 मई को होगी और 26 मई को चुनाव नतीजे आएंगे। हिमाचलप्रदेश में शिमला, मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा संसदीय सीटें हैं इनमें से शिमला संसदीय सीट आरक्षित हैं । चारों संसदीय सीटों पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है । कांगड़ा से भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार, मंडी से राम स्वरूप शर्मा, हमीरपुर से भाजपा के युवा नेता अनुराग ठाकुर और शिमला से वीरेंद्र कश्यप सांसद हैं । चारों सांसदों में शांता सबसे वरिष्ठ हैं । शांता लोकसभा के चार चुनाव जीत चुके हैं । अनुराग भी लोकसभा का एक उपचुनाव समेत तीन मर्तबा सांसद बन चुके हैं । वीरेंद्र कश्यप दो मर्तबा चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंच चुके हैं । राम स्वरूप ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रतिभा सिंह को पराजित किया कर पहली बार लोकसभा में प्रवेश किया था।
आंकड़ों पर गौर करें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 53.85 फीसद मत हासिल कर प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी । कांग्रेस को 2014 में प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर 41 फीसद से कुछ अधिक मत मिले थे । लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को एक सीट का नुकसान हुआ और सत्ता में रहते हुए वे 2014 में प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर पराजित हुई थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में करीब सवा साल पहले प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई जयराम सरकार के खिलाफ कांग्रेस के पास बहुत अधिक मुद्दे नहीं हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर ही लड़ा जाना है ।