
गोपालपुर चिड़ियाघर में मादा शेर अकीरा ने दो स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है जिससे एशियाई शेरों की संख्या में वृद्धि हुई है यह जानकारी वन्यप्राणी प्रभाग, वन विभाग हिमाचल प्रदेश की मुखिया अर्चना शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि यह वन्यप्राणी प्रभाग के लिये बहुत ही गर्व का विषय है।
अकीरा और हिमल को दिसंबर 2019 में वन्यप्राणी आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत गुजरात के शकुरबाग चिड़ियाघर से गोपालपुर चिड़ियाघर में लाया गया था। एशियाई शेर भारतवर्ष में गुजरात के जूनागढ़ और अमरोली जिलों में ही प्राकृतिक तौर पर पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त हरियाणा के भिवानी चिड़ियाघर से भी दो चिंकारा प्रजाति के हिरण भी गोपालपुर चिड़ियाघर में लाए गए थे। मुखिया अर्चना ने कहा कि आज बहुत ही हर्ष की बात है कि सभी कर्मचारियों व अधिकारियों की मेहनत से अकीरा और हेमल गोपालपुर चिड़ियाघर कांगड़ा हिमाचल प्रदेश के वातावरण में अपने आपको ढाल लिया है उसी के परिणामस्वरूप 22 नवंबर 2020 को सुबह मादा शेर अकीरा ने दो बच्चों को जन्म दिया ।
वहीं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एचपीजेडसीबीएस वन्यप्राणी प्रभाग वन विभाग अनिल ठाकुर ने बताया कि चिड़ियाघर संरक्षण प्रजनन कार्यक्रम और वन्यप्राणी आदान प्रदान कार्यक्रम के तहत वन्यप्राणी प्रभाग ,वन विभाग की यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
वन्यप्राणी प्रभाग की मुखिया अर्चना शर्मा और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एचपीजेडसीबीएस अनिल ठाकुर ने गोपालपुर चिड़ियाघर से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि आप सभी के प्रयासों से ही आज हम सभी इस कार्य में सफलता प्राप्त कर पाए हैं और साथ में यह भी कहा कि शेरों के परिवार की सुरक्षा और सभी व्यवस्थाओं का उचित धयान रखा जाए।