जिन सरकारी कर्मचारियों के बूते प्रदेश में विकास को दशा और दिशा दी जाती है, वे बेचारे खुद ऐसे भवनों में दयनिय हालातों में रह रहे हैं कि आपको उनकी हालात को देखकर दया जरूर आएगी। ऐसा नहीं है कि केवल छोटे कर्मचारी यानि क्लास थ्री और फोर वाले कर्मचारियों को मिले सरकारी आवासों की दयनिय स्थिति बनी हुई है, बल्कि आईएएस और एचएएस जैसे बड़े अधिकारियों के घरों में बरसात के पहले ही बारीश में इतना पानी आ रहा है कि घर में रखे सभी छोटे -बडे़ बर्तन कम पड़ रहे हैं। टीएम न्यूज हब आपको कुछ ऐसे सरकारी अधिकारियों को सरकार की ओर से मिले सरकारी आवासों की तस्वीरें दिखाने जा रहा है जिससे आपको इन सरकारी अधिकारियों के दर्द का जरूर अंदाजा हो जाएगा। ऐसा नहीं है कि इन सरकारी आवासों की मरम्मत का काम नहीं होता है। इन सरकारी आवासों में मरम्मत के नाम पर हर साल लाखों रूपये खर्च होते हैं, बावजूद इसके बरसातों से पहले ही सरकारी आवासों का स्वीमिंग पूल जैसे हालातों में तब्दील हो जाना हर साल होने वाले मरम्मत के काम पर सवालिया निशान तो खड़े करता ही है साथ में उन अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े करता है जिनके उपर इसकी जिम्मेवारी है। ऐसे में अब क्या ये आला अफसर घरों में घुस रहे पानी और टपक रही छतों को लेकर इसकी रिपेयर की जिम्मेवारी अधिकारियों के उपर क्या कार्रवाई करते हैं यह देखना होगा।