मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की कांगड़ा मंत्रियों के साथ हुई बैठक के दौरान मंत्रियों के मीडिया में असंतुष्ट होने की बात का नूरपुर विधायक राकेश पठानिया ने पत्रकार वार्ता में खंडन किया है। उन्होंने कहा कि संगठन मंत्री को मंत्रियों द्वारा टारगेट करने की बात को भी निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि बैठक सिर्फ विकासात्मक मुद्दों पर आधारित थी और बैठक में संगठन मंत्री पवन राणा पर किसी भी नेता द्वारा किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं की गई है। सभी विधायक पवन राणा के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं। भारतीय जनता पार्टी का संगठन सबसे मजबूत संगठन है। पवन राणा के मजबूत नेतृत्व में भाजपा विधानसभा चुनाव में जीत कर आई है। ज्वालामुखी विधायक रमेश धवाला ही यह निजी राय है और उन्होंने अपना गुबार निकाला है।
विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि यह बैठक विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से रखी गई थी। यह बैठक जिला स्तर पर पार्टी कार्यों के मंथन के उद्देश्य से रखी गई थी। इससे पहले बुधवार को हुई बैठक में कोई भी मंत्री अपनी बात पूरी तरह से नहीं रख पाया था। उन्होंने कहा कि जिला वाइस कांगड़ा जिला के साथ सबसे पहले बैठक की गई और इसके पीछे राजनैतिक कलह ,द्वेष या लड़ाई जैसी कोई भावना नहीं थी। यह मात्र प्रदेश में सभी जिलों में भाजपा विधायकों के साथ ऑप्रेशन रिपीट पर मंथन करने के लिए रखी गई थी।
उन्होंने कहा कि बुधवार को हुई बैठक में समय कम होने के कारण कई विधायकों को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला था। उन्होंने कहा कि ओक ओवर में हुई बैठक में विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री ने एक परफॉर्मा दिया जो विधायको ने भर कर दिया। इस बैठक के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं है। उन्होंने इस प्रकरण में संगठन मंत्री पवन राणा का नाम न घसीटे जाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बैठक जिला वाइस करने का निर्णय लिया गया था और यह कोई अपराध नहीं था। कांगड़ा सबसे बड़ा महत्वपूर्ण जिला है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा क्यों चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। क्या वह प्रदेश का हिस्सा नहीं है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कांगड़ा को बेवजह चर्चा का मुद्दा न बनाया जाए।