प्रदेश मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को देश का बेस्ट परफोर्मिंग मुख्यमंत्री चुना गया है। इंडिपेंडेंट एजेंसी आईएएनएस-सी वोटर सर्वे द्वारा किए गए सर्वेक्षण के आधार पर उन्हें देश का बैस्ट परफाॅर्मिंग मुख्यमंत्री घोषित किया गया है साथ ही देश में भाजपा शासित राज्यों में सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री भी घोषित किया गया है। वह राजनैतिक पटल पर देश भर में 7वें लोकप्रिय नेता बन कर उभरे हैं। उन्होंने उत्तरप्रदेश और गुजरात आदि के मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ यह उपलब्धि हासिल की है। कोविड -19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए बेहतरीन काम करने और प्रदेश की प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए किए जा रहे महत्वपूर्ण प्रयासों के चलते उनका चुनाव हुआ है। जल शक्ति एवं बागवानी मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सीएम जयराम ठाकुर का बेस्ट परफॉर्मिंग सीएम चुना जाना प्रदेश के लिए बहुत गर्व की बात है।
मंत्रियों ने कहा यह राज्य के लिए गर्व की बात:
महेन्द्र सिंह और सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य के लिए भी यह गौरव का बात है कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को भाजपा शासित राज्यों में देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में स्थान दिया गया है और देश के 7वें सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप उभरे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश न केवल मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के गतिशील नेतृत्व में प्रगति और समृद्धि के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है, बल्कि राज्य में कोरोना महामारी से भी प्रभावी तरीके से निपट रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सर्दी, जुखाम जैसे लक्षणों वाले लोगों की पहचान करने के लिए शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान जैसे कदमों की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सराहना की है।
मंत्रियों ने कहा कि ये सर्वे संबंधित राज्यों में सभी मुख्यमंत्रियों की संतोषजनक (सेटिस्फेक्शन) रेटिंग के आधार पर किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सेटिस्फेक्शन का शुद्ध प्रतिशत 73.96 है, जो कि अधिकांश बड़े राज्यों की तुलना में बहुत अधिक है। उन्होंने बताया कि सेटिस्फेक्शन का शुद्ध प्रतिशत कर्नाटक में 67.21 प्रतिशत, असम में 67.17 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 58.73 प्रतिशत, गुजरात में 58.53 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 57.81 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय सेटिस्फेक्शन का औसत 57.36 प्रतिशत है।