
विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री के बयान” बस किराया बढ़ोतरी का विरोध केवल कांग्रेस ही कर रही है” पर पलट वार किया है। उन्होंने जयराम सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश का मुख्य विपक्षी दल है और विपक्ष किसी भी जनविरोधी निर्णय का विरोध करने का अधिकार रखता है और यह विपक्ष का दायित्व भी है। सरकार विपक्ष की आवाज को नहीं दबा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार के हर जनविरोधी निर्णय का कांग्रेस पूरी जिम्मेदारी से डट कर विरोध करेगी।
कांग्रेस विधायक शिमला ग्रामीण विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश में आज से लागू बस किराया बढ़ोतरी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस निर्णय को जनहित को ध्यान में रखते हुए वापस लेने की अपील की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि उन्हें लोगों के दुखदर्द को देखते हुए इसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न न बनाते हुए इसे तत्काल प्रभाव से रद्द करना चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि कोविड-19 के चलते आज देश सहित प्रदेश में लोगों की आर्थिकी पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। उद्योग-कारखाने बंद पड़े है। लाखों की संख्या में युवा बेरोजगारी की मार झेल रहें है। उन्होंने कहा इस समय लोगों को राहत देने की आवश्यकता है लेकिन सरकार जनता को अनावश्यक महंगाई दे रही हैै।
उन्होंने कहा कि सरकार निजी बस ऑपरेटर्स को टैक्स में राहत देकर उनके घाटे को दूर कर सकती है। उन्होंने सरकार से डीज़ल-पेट्रोल पर से भी वेट कम करने की मांग की जिससे आम लोगों को राहत मिल सकें। विक्रमादित्य सिंह ने नगर निगम शिमला द्वारा पेयजल के बिलों में भी किसी भी प्रकार की कोई बढ़ोतरी न किए जाने की मांग रखी। साथ ही उन्होंने कहा है कि बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी भी जायज नहीं है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि इस समय लोगों को बड़ी हुई दरों से भारी भरकम बिल भेजे गये है। उन्होंने इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार को आम लोगों की समस्याओं को देखते हुए उन्हें राहत देने के उपाय करने चाहिए।