रामपुर बुशहर: उपमंडल रामपुर मुख्यालय के बाजार में बीते 9 जून से बहुचर्चित दिव्या कपूर आत्महत्या मामले में सभी आरोपियों को मंगलवार को उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई है। करीब एक माह से अब तक रामपुर में दिव्या कपूर को इंसाफ दिलाने के लिए सैंकड़ों लोग लगे हुए हैं और इस मामले को मृतका के परिजन आत्महत्या नहीं मान रहे हैं क्योंकि दिव्या कपूर के शव से शिमला में ग्यारह जून को आईजीएमसी में हुए पोस्टमार्टम के दौरान एक सुसाईड नोट मिला था। जिसके बाद से मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था और मृतक शिक्षिका के परिजन इसे आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला बता रहे थे। जिसको लेकर रामपुर में प्रदर्शन भी किये गए।
गौरतलब है कि 9 जून मंगलवार की रात को निजी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका दिव्या कपूर द्वारा घर में फंदा लगाकर आत्महत्या की गई थी। आत्महत्या से पहले मृतका ने एक नोट प्रोपर्टी विवाद को लेकर सोशल मीडिया में पोस्ट किया था। जिसकी पुलिस जांच कर रही थी। इस मामले में दिव्या के ससुराल पक्ष में से ननद और कुछ और लोगों को हिरासत में लिया गया था। उसके दो दिन बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने उच्च न्यायालय में जमानत की अर्जी दी थी जिसमें से कुछ लोगों को पहले ही जमानत मिल गई थी और कुछ को आज मंगलवार को जमानत मिल गई। इस मामले को लेकर दिव्या के परिजनों ने अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए काफी कोशिश की और वह सभी आरोपियों को जेल भेजने का अब तक निरन्तर प्रयास करते रहे। यहां तक कि इस मामले में रामपुर पुलिस पर कई तरह की लापरवाही करने के आरोप लगते रहे और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए शिमला से पुलिस टीम को जिम्मेदारी दी गई।
वहीं इस बारे में एएसपी शिमला प्रवीर ठाकुर ने बताया कि मंगलवार को मामले में आरोपित बनाए गए सभी लोगों को उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई है। इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है।