कुल्लू। शिक्षा, भाषा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविद ठाकुर ने आज भारतीय राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय के महा निदेशक अद्वैत गड़नायक से मनाली स्थित नग्गर में मुलाकात कर प्रदेश में कला व संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हिमाचल की संस्कृति न केवल हिमाचलियों के भौतिक दृष्टिकोणों में बल्कि उनके त्यौहारों, उत्सव, संगीत की धुन , लयबद्ध विभिन्न प्रकार के नृत्यों और सरल जीवन में बरबस ही देखने को मिलती है। नृत्य और संगीत हिमाचलियों में पूर्ण रूप से रचा-बसा है तथा प्रदेश सरकार प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण तथा संवर्द्धन के लिए कृतसंकल्प है। यहां की हस्तशिल्प कला हिमाचल प्रदेश की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो प्रदेश को नई पहचान देती है।
महा निदेशक अद्वैत गड़नायक ने केन्द्र सरकार की ओर से प्रदेश में कला तथा संस्कृति के कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया।