शिमला। हिमाचल विधानसभा में इस बार सिर्फ एक ही महिला विधायक नजर आएंगी. पच्छाद से भाजपा प्रत्याशी रीना कश्यप दूसरी बार चुनाव जीती हैं. इस बार कांग्रेस की बड़ी नेता आशा कुमारी चुनाव हार गई. कांग्रेस की ही टिकट पर दयाल प्यारी हारी हैं. उन्हें रीना कश्यप ने ही परास्त किया है. इसी तरह भाजपा की रीता धीमान इंदौरा सीट से हार गई. बड़सर से भाजपा प्रत्याशी माया शर्मा को भी पराजय का मुंह देखना पड़ा है
रीना कश्यप का चेहरा ही महिला प्रतिनिधि के नाते विपक्ष में होगा: अब चुनाव परिणाम आने के बाद बेशक कांग्रेस की तरफ से प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं, लेकिन चुनाव मैदान में उतरी महिला प्रत्याशियों में से केवल एक को ही सफलता मिली है.वर्ष 2017 में हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से आशा कुमारी विधायक थीं. इस बार कांग्रेस के पास एक भी महिला विधायक की आवाज सदन में नहीं होगी. वर्ष 2017 में भाजपा यानी सत्ताधारी दल के बैंचिज पर सरवीण चौधरी, कमलेश कुमारी, रीता धीमान व रीना कश्यप नजर आती थीं. इस बार सिर्फ रीना कश्यप का चेहरा ही महिला प्रतिनिधि के नाते विपक्ष में होगा.
वहीँ दिग्गज कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर मंडी सदर से फिर चुनाव हार गई. भाजपा की शशि बाला को भी रोहड़ू से दूसरी बार शिकस्त का सामना करना पड़ा है. भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रही सरवीण चौधरी को हार मिली है. इससे पूर्व भोरंज से कमलेश कुमारी विधायक थी, लेकिन इस बार टिकट हासिल नहीं कर पाई. ऐसा ही कुछ चंबा में हुआ. वहां पहले इंदिरा कपूर को टिकट भाजपा की तरफ से मिला. बाद में टिकट बदला और नीलम नैयर को प्रत्याशी बनाया गया, लेकिन वे भी चुनाव हार गई.