करसोग। हिमाचल के करसोग में मुख्यमंत्री के अचानक दौरे से भाजपा को संजीवनी मिली है, हालांकि हेलीकॉप्टर से कुन्हों पहुंचे मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर लोगों में कई तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं। कुन्हों में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आपके गांव में अचानक ही आना हुआ है। करसोग मेरा पड़ोस है, ऐसे में आने और जाने का रास्ता यहीं से है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी होने के नाते करसोग की जनता भी पांच सालों में चट्टान की तरह मेरे साथ खड़ी रही है। इसके लिए आप सभी का आभार प्रकट करता हूं। जयराम ठाकुर ने कहा कि पांच साल के अपने कार्यकाल में मुझ से जो बन पाया है वह करसोग के लिए करने का प्रयास किया हैं। इस बीच कोरोना का भी कठिन दौर भी सामने आया, लेकिन फिर भी क्षेत्र में विकास के लिए कोई कमी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अबकी बार हालात ऐसे बने हैं कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने को लेकर कोई किंतु परंतु नहीं है, लेकिन फिर भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए इसलिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। ताकि भाजपा का उम्मीदवार अधिक से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज कर से। मुख्यमंत्री ने विधायक पीठ थपथपाते हुए कहा कि हीरालाल ने टीम को साथ लेकर क्षेत्र में बेहतर कार्य किया है और अब भी पार्टी के लिए ऐसे काम कर रहे हैं, जैसे ये खुद चुनाव लड़ रहे हों। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि चुनाव को लेकर पार्टी ने जो निर्णय लिया है, सभी कार्यकर्ताओं ने उसे सहजता के साथ स्वीकार किया हैं। विधायक हीरालाल और युवराज कपूर ने भी कहा है कि पार्टी के साथी हैं और भाजपा के लिए ही काम करेंगे। हीरालाल ने तो पहले ही कह दिया था कि संगठन से जुड़ा व्यक्ति हूं और संगठन के लिए ही काम करूंगा। वहीं युवराज कपूर ने भी अब अपना नामांकन पत्र वापस लेने की बात कर पार्टी हित में कार्य करने का निर्णय लिया है।