करसोग। पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा के युवा रोजगार यात्रा सदस्य पद से इस्तीफा देने पर उपजे विवाद पर शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने अपनी बात रखी है। हिमाचल में मंडी जिला के करसोग में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए युवा रोजगार यात्रा के संयोजक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आश्रय शर्मा ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है, इस बात की जानकारी नहीं है। हो सकता है इसके पीछे पारिवारिक कारण रहे होंगे, जिनकी वजह से उनको ये निर्णय लेना पड़ा होगा। जिसका संज्ञान हिमाचल में कांग्रेस के इंचार्ज राजीव शुक्ला लेंगे। व्यक्तिगत तौर पर कहना चाहूंगा कि आश्रय शर्मा कांग्रेस पार्टी के युवा नेता हैं। हम उनका पूरा मान सम्मान करते है। युवा रोजगार यात्रा का जो भी कार्यक्रम तय है , उसकी पूरी सूची आश्रय शर्मा को भी दी गई थी। उन्होंने कहा कि फोन पर सबसे बात नहीं हो पाती है। इसमें अपनी व्यवस्थाएं रहती हैं। जहां तक कार्यक्रम बना है उस सूची में आश्रय शर्मा का पहला नाम है और सार्वजनिक तौर पर भी उनको सूची भेजी गई है। निश्चित तौर पर वह कमेटी के मेंबर हैं। ऐसे में युवा रोजगार यात्रा में वह सादर आमंत्रित हैं। कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि टिकट देने का निर्णय मेरे हाथ में नहीं है। इसका निर्णय स्क्रीनिंग कमेटी लेगी, लेकिन निश्चित तौर पर युवाओं की पैरवी जरूर की जाएगी। यहां सीनियर नेताओं की भी आवश्यकता है, इसके साथ भविष्य के लिए युवाओं का भी मिश्रण जरूरी है। आगे की लड़ाई लड़ने में भी कांग्रेस पार्टी को युवाओं का साथ और समर्थन चाहिए। इसलिए जहां वरिष्ठ नेताओं का पूरा मान सम्मान है, वही कई सीटों पर युवाओं को टिकट मिलना चाहिए। इसके लिए पार्टी में बात रखी जाएगी।