पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई 1995 किलोग्राम खिचड़ी गिनीज वल्र्ड रिकाॅर्ड में दर्ज

0
379

करसोग। पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा आज जिला मण्डी के तत्तापानी में 1995 किलोग्राम दाल और चावल से बनाई गई खिचड़ी गिनीज वल्र्ड रिकाॅर्ड में अब तक कि सबसे अधिक परोसी जाने वाली खिचड़ी के रूप में दर्ज की गई है। इस खिताब के तहत इससे पहले का रिर्कार्ड 918.8 किलोग्राम था। यह घोषणा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मंकर संक्रान्ति के पावन अवसर पर जिला मण्डी के करसोग क्षेत्र के तत्तापानी में ‘तत्तापानी महोत्सव’ के दौरान संास्कृतिक कार्यक्रम के उपरान्त विशाल जन समूह को सम्बोधित करते हुए की। मुख्यमंत्री ने इतनी बड़ी मात्रा में खिचड़ी पकाने के अपने लक्ष्य में सफलता हासिल करने के लिए पर्यटन विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि विभाग ने लगभग 1000 किलो के बड़े अन्तर के साथ पहले का रिकाॅर्ड तोड़ दिया है।

जय राम ठाकुर ने मकर संक्रान्ति के अवसर पर प्रदेश के लोगों को बधाई दी और कहा कि राज्य की समृद्ध संस्कृति को संजोए रखना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि कोलडैम के निर्माण से यह क्षेत्र जल क्रीड़ा के लिए प्रमुख गंतव्य बन कर उभरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्तापानी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा क्योंकि इस क्षेत्र में जल क्रीड़ा की आपार सम्भावना है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध नरसिंह मन्दिर और शनिदेव मन्दिर में पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री का तत्तापानी पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर सैंकड़ों लोग उपस्थित थे। दुर्गा देवी बिहारी लाल ट्रस्ट के अध्यक्ष रमेश सूद ने भी मुख्यमंत्री और अन्य उपस्थित गणमान्य का इस अवसर पर स्वागत किया। निदेशक पर्यटन और नागरिक उड्डयन युनूस ने कहा कि खिचड़ी बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला बर्तन 7ग4 फीट के दायरे का था और इस प्रयास का उद्देश्य तत्तापानी को विश्व पर्यटन के मानचीत्र में लाना था।

गिनीज वल्र्ड रिकाॅर्ड के एडजुडिकेटर ने घोषणा की कि पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने एक ही बर्तन में 1995 किलो खिचड़ी पकाकर विश्व रिकाॅर्ड बनाया है।
मुख्यमंत्री ने जल क्रीड़ा गतिविधि प्रदर्शन का भी निरीक्षण किया और हिमाचल पथ परिवहन निगम की टूरिज्म सर्किट बस को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। उन्होेेंने इस अवसर पर वाटर जेटी की सवारी का भी आनंद लिया।
मुख्यमंत्री ने तत्तापानी क्षेत्र में 25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सरूर खड्ड से चुराग उठाऊ पेयजल योजना का शिलान्यास किया, जिससे क्षेत्र के 174 बस्तियां लाभान्वित होंगी। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी डाॅ. साधना ठाकुर, सांसद मंडी रामस्वरूप शर्मा, विधायक करसोग हीरा लाल, शिमला जिला के भाजपा अध्यक्ष रवि मेहता, उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर भी अन्य गणमान्यों सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here