प्रदेश में पहली बार मोबाइल प्लांट हेल्थ क्लीनिक सेवा शुरू होने जा रही है। डा. वाईएस परमार बागवानी एवं वाणिकी विश्वविद्यालय इस मोबाइल वैन को लांच करने जा रहा है। ऐसे में अब प्रदेश के किसानों एवं बागवानों के बगीचे तक वैज्ञानिक पहुंचेंगे, जहां पर फसलों में बीमारी एवं अन्य दिक्कतों का निपटारा मौके पर ही किया जाएगा। नौणी विश्वविद्यालय की इस नई पहल से बागवानी के क्षेत्र में नई क्रांति भी आ सकती है। पहले चरण में नौणी विवि ने एक मोबाइल से सेवाएं देगा। बताया गया कि करीब 16 लाख रूपए की लागत से मोबाइल प्लांट हेल्थ क्लीनिक वैन को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे।
हालांकि प्रदेश के किसान एवं बागवान वर्तमान में फसलों में लगने वाली बीमारियों के लिए समीपवर्ती बागवानी विभाग के कार्यालयों का रूख करते हैं, लेकिन मोबाईल वैन की सेवा मिलने से बगीचों तक वैज्ञानिक भी पहुंचेंगे। बताया गया कि मोबाईल प्लांट हेल्थ क्लीनिक में दो वैज्ञानिकों सहित दवा का भी प्रावधान होगा। उल्लेखनीय है कि जिस तरह से स्वास्थ्य के क्षेत्र में 108 आपातकालीन सेवांए चल रही हैं उसी तर्ज पर बागवानों एवं किसानों द्वारा शिकायत एवं कॉल करने के लिए मोबाइल प्लांट हेल्थ क्लीनिक वैन संबंधित बगीचे तक पहुंचेगी। पहले चरण ने नौणी विश्वविद्यालय एक वैन की सेवाएं देगा। आने वाले समय में इसकी संख्या बढ़ सकती है।
नौणी विवि को सीएम देंगे तोहफा
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मंगलवार को नौणी विवि के दौरे पर रहेंग। वे डा. वाईएस परमार बागवानी एवं वाणिकी विवि में कई विकास कार्यों का शुभारंभ करेंगे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक विवि में नवनिर्मित पांच मंजिला कन्या छात्रावास छात्रों को समर्पित करेंगे। बताया गया के विवि प्रशासन ने मात्र 15 माह के अंदर 2.50 करोड़ से पांच मंजिला इस होस्टल का निर्माण किया। सीएम इसी दिन नई तकनीक से तैयार होने वाली फूलों की खेती का भी उदघाटन करेंगे।
नौणी कैंपस में महकेगी विदेशी फूलों की खुशबू
डा. वाईएस परार बागवानी एवं वाणिकी विश्वविद्यालय नौणी कैंपस में विदेशी फूलों की खुशबू महकेगी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कॉर्नेशन, जर्बेरा, एल्सेंटमेरिया नामक फूलों की खेती नौणी विवि में शुरू की जाएगी। विवि से मिली जानकारी के मुताबिक करीब पांच करोड़ रूपए की लागत से तैयार इस प्रोजेक्ट में तीन विदेश फूलों की खेती पॉलीहाऊस के माध्यम से की जाएगी। बताया गया कि कैंपस में 50 हजार वर्ग फुट में आठ पॉलीहाऊस तैयार किया है। नई तकनीक से तैयार होने वाली फूलों की खेती का शुभारंभ मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चार अगस्त को करेंगे।
डा. विजय कुमार, वीसी, नौणी यूनिवर्सिटी ने कहा हमारी यूनिवर्सिटी ने प्रदेश में पहली बार मोबाइल प्लांट हेल्थ क्लीनिक सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। करीब 16 लाख की लागत से मोबाइल वैन के माध्यम से किसानों एवं बागवानों को बगीचे तक वैज्ञानक पहुंचेंगे। यह पहला अवसर है कि जब यूनिवर्सिटी ने नई पहल शुरू की है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चार अगस्त को इसे हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे।