कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाई जा रही पत्रकार वार्ता मुहिम के तहत आज कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनिरुद्ध सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष कुछ सवाल रखें हैं साथ ही कोविड-19 फंड के खर्चों के बारे में श्वेत पत्र जारी करने की भी मांग की है। उन्होंने पार्टी मुख्यालय में हुई पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री अपने मन की बात कहने की बजाए जनता के मन की बात सुने और उनकी समस्याओं का निदान करें। इस कोविड-19 संकट में जनता सरकार से राहत की उम्मीदें लगाए बैठी है।
युवा विधायक अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि कोविड-19 समूचे विश्व भर के लिए एक नया वायरस है और इससे निपटना किसी भी सरकार के लिए मुश्किल होता लेकिन प्रदेश सरकार के इस वायरस से निपटने के तरीके सही नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष कुछ सवाल रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री होने के नाते जनता के प्रति उनकी जवाबदेही बनती है और इसी के अंतर्गत मुख्यमंत्री बताएं कि बनाए गए कोविड फंड में जमा हुए पैसों को कहां खर्च किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी तक इस फंड में एकत्रित हुए पैसों से कोई भी जनहित के काम नहीं किए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने कोविड -19 की लड़ाई के लिए पहले हफ्ते ही मास्क ,ग्लब्स और सेनेटाइजर खरीदने के लिए 25 लाख रुपये का अंशदान दिया था लेकिन सरकार ने अभी तक कुछ भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र कसुम्पटी में कहीं भी किसी भी प्रकार के विकासात्मक कार्यों में कहीं कोई खर्च नहीं किया गया है।अनिरुद्ध सिंह ने क्षेत्रों के सेनेटाइजेशन को लेकर सरकार से पूछा कि क्या जनता सिर्फ शहरों में ही रहती है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सेनेटाइजेशन की जरूरत नहीं है।
कोरोना फ्रंटलाइन वारियर्स की तनख्वाह काटे जाने पर अनिरुद्ध सिंह ने पूछा कि जो कोविड-19 से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं उनकी तनख्वाह क्यों काटी गई। उन्होंने सरकार के सामने बिजली और पानी की बिलों में रियायत देने की घोषणा पर भी सवाल उठाया । उन्होंने कहा कि सरकार ने बिल कम तो किए नहीं उल्टा तीन महीने का इंटरेस्ट लगाकर लोगों को बिल थमा दिए गए। उन्होंने कहा कि सरकार आम जनता के कंधों में अर्थव्यवस्था का बोझ लाद रही है और उद्योपतियों और कॉर्पोरेट से संबंधित लोगों के हित साध रही है। अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार से प्रदेश सरकार को 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में से कितने रुपये मिले हैं और इन्हें कहां पर ,किस तरह खर्च किए हैं । सरकार इस संबंध में श्वेत पत्र जारी कर जानकारी दें साथ ही विधायको के काटे गए फंड को कहां ख़र्च किया जा रहा है इस बात की भी जानकारी दे।