कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस के आरोपों से सरकार बौखला गई है। सरकार के पास कांग्रेस के सवालों का कोई जवाब नहीं है और न ही कोई तोड़। उन्होंने कहा है कि हालात यह हो गए हैं कि प्रदेश भाजपा को आज अपने राष्ट्रीय प्रवक्ताओं को यहां लाना पड़ रहा है। राठौर ने मीडिया के साथ हुए संवाद के दौरान कहा कि इससे साफ है कि प्रदेश में भाजपा पूरी तरह बौखलाहट में है।
उन्होंने भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली के लॉक डाउन के चलते धर्मशाला आने पर सवाल उठाते हुए सरकार से जानना चाहा है कि वह बताए कि कोरोना रेड जोन से आए कोहिली ने क्या यहां आने की प्रशासन से अनुमति ली थी साथ ही सरकार इस बात की भी जानकारी दे कि नलिन कोहली यहां किस तरह पहुंचे हैं और उनके साथ कितने लोग आए थे? क्या वह राज्य अथिति हैं ? क्या उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो किया? क्या उन्हें संस्थागत कोरेंटिन किया गया? सरकार सारी जानकारी सांझा करे।
राठौर ने कहा कि इससे पूर्व प्रदेश पुलिस मुख्यालय में दिल्ली से एक संक्रमित व्यक्ति पुलिस प्रमुख से मिल कर चला जाता है जो बेहद ही गंभीर मामला है। उन्होंने कहा है कि ऐसा लगता है कि लॉक डाउन का नियम विशेष व्यक्ति के लिए अलग और आम लोगों के लिये अलग है। उन्होंने कहा कि इन सब प्रश्नों की जवाबदेही प्रदेश सरकार की बनती है। उन्होंने कहा कि पहले भी भाजपा अपने नेताओं को लॉक डाउन में यहां लाई और उनका भी कोई कोविड प्रोटोकॉल फॉलो नही किया गया। इससे साफ है कि प्रदेश सरकार इस नियम के प्रति कतई संवेदनशील नहीं है। आज प्रदेश व देश में जिस प्रकार कोरोना संक्रमित लोंगो की संख्या बढ़ रही है वह सब इनकी विफलताओं को उजागर करती है। आज देश इस माहमारी में विश्व के चौथे पायदान में पहुँच गया है जो बहुत ही चिंता का विषय है।
राठौर ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी जानना चाहा है कि वह देश प्रदेश में किस प्रकार की जन संवाद रैलियां करवा कर सरकार की कौन सी उपलब्धियां लोगों में गिनावा रहे हैं। देश की गिरती अर्थव्यवस्था,बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से आज देश त्रस्त है। भाजपा वर्चुअल रैलियां कर रही है। उन्होंने कहा है कि वर्चुअल रैलियों में पैसा खर्च करने की जगह अगर भाजपा सरकार कोरोना माहमारी के बचाव पर खर्च कर देती तो देश के लोगों को कुछ राहत मिलती।