कृषि मंत्री डॉ.रामलाल मारकंडा के खिलाफ लाहौल स्पीति में मंगलवार को जम कर विरोध प्रदर्शन किया गया। कृषि मंत्री को लाहौल स्पीति महिला मंडल ने विरोध प्रदर्शन करते हुए क्षेत्र की सीमा के भीतर आने से रोक दिया । साथ ही महिलाओं ने मंत्री जी के खिलाफ जम कर नारे लगाते हुए कोरेंटिन व्यवस्था को लेकर पक्षपात करने के आरोप भी लगाए।
महिलाओं ने आम जनता और खास लोगों के लिए संस्थागत कोरेंटिन को लेकर बरते जा रहे पक्षपात को लेकर भी आक्रोश जताया। उनका कहना था कि नेताओं और जनता के लिए कोरेंटिन को लेकर अलग-अलग नियम क्यों हैं। नेता जब अपने साथ लेबर लाते हैं तो उन्हें कोरेंटिन नहीं किया जाता है लेकिन जब आम जनता में कोई व्यक्ति बाहर से आ रहा है तो उसे 14 दिन के लिए संस्थागत कोरेंटिन किया जा रहा है। कोविड -19 को लेकर लाहौल की महिलाओं ने जागरूकता दिखाई है। क्षेत्र को वैश्विक महामारी से बचाने के लिए बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को अंदर नहीं माना जा रहा है। इस कार्य में वहां के ग्रामीण क्षेत्र के लोग अहम भूमिका निभा रहे हैं।
अपने ही गृह क्षेत्र में लगे कृषि मंत्री डॉ.राम लाल मारकंडा के खिलाफ वापस जाओ के नारे..
महिला मंडल ने सीमा पर ही रोका मंत्री जी को