कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और पार्टी के अन्य नेताओं के ऊपर सचिवालय के सामने विरोध प्रदर्शन के लिए पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। राठौर ने इस कार्यवाही की आलोचना करते हुए कहा है कि वह इस कार्यवाही से डरने वाले नहीं है। उन्होंने कहा है कि जनहित के मुद्दों पर वह जेल जाने को भी तैयार है। सरकार कांग्रेस की आवाज को दबा नहीं सकती है।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेसिंग पर प्रदेश सरकार का दोहरा मापदंड है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने कार्यक्रमों पर गौर क्यों नहीं करती। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मामला तो दर्ज मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री पर होना चाहिए। स्वयं तो सामाजिक दूरी का कोई पालन नहीं कर रहे हैं और कांग्रेस पर नियम तोड़ने का आरोप लगा कर मामला दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने पूछा की क्या सोशल डिस्टेसिंग सड़को पर ही लागू होती है,आज बसों में सोशल डिस्टेसिंग कहां गई। बसों में सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने रोष स्वरूप कहा कि सबसे पहले इस नियम को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री पर ही एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।
आज राजीव भवन में मीडिया के साथ बातचीत में कुलदीप राठौर ने मुख्यमंत्री के आरोप को पूरी तरह नकारते हुए कहा है कि कोविड19 के चलते कांग्रेस ने कभी भी प्रदेशवासियों की घर वापसी का कोई विरोध नहीं किया है और न ही आज कर रही है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने तो बड़ी मजबूती के साथ इन्हें यहां लाने की मांग की थी लेकिन सरकार के पास कोरोना से निकलने की कोई निश्चित योजना नहीं थी। सरकार ने लोगों को संस्थागत कोरेंटिन करने की जगह घरों में भेज दिया जो कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का कारण बना।
उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि उन्हें झूठे और मिथ्या प्रचार से बचना चाहिए। राठौर ने मुख्यमंत्री के कांग्रेस पर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अपने कुनबे भाजपा की चिंता करनी चाहिए। भाजपा के भीतर क्या चल रहा है,किसी से छुपा नहीं है। राठौर ने कहा कि सरकार जनहित के मुद्दों को नजरअंदाज नहीं कर सकती। कांग्रेस मजबूती से लोंगो के साथ खड़ी है और उनकी लड़ाई लड़ेगी।उन्होंने कहा कि देश मे कोरोना माहमारी के चलते लॉक डाउन के दौरान प्रदेश के लोगों की सुरक्षित घर वापसी की मांग कांग्रेस ने ही उठाई थी। उन्होंने कहा कि सीमाओं पर अगर कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का सही ढंग से पालन किया होता तो आज प्रदेश पूरी तरह कोरोना मुक्त होता।
राठौर ने फिर दोहराया कि कांग्रेस प्रदेश में टूरिज़म और अन्य व्यवसायिक गतिविधियों को शुरू करने के विरुद्ध नही है,पर इसके लिए अभी सीमाओं पर कोविड 19 की जांच के लिए आधारभूत ढांचे की बहुत आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बगैर किसी कोविड जांच के फर्जी तरीके से जिस प्रकार पर्यटक आ रहें है वह बहुत ही चिंता का विषय है।
राठौर ने सरकार से मांग की कि इस मुद्दे पर विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए और सभी नेताओं से चर्चा के बाद कोई अंतिम निर्णय लेना चाहिए।उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों ने भी विशेष सत्र की मांग की थी, लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र के तुगलकी फरमान पूरे कर रहे हैं जबकि उन्हें प्रदेश की स्तिथि पर गौर करना चाहिए ।