मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने संस्थागत कोरेंटिन केंद्रों में बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के कारण तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में सभी कोरेंटिन केंद्रों में सभी सुविधाएं हो ताकि कोरेंटिन में रह रहे लोगों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के अधिकतर लोग महाराष्ट्र और दिल्ली से आए हैं और देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हिमाचलियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रदेश सरकार की जिम्मेवारी है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में सैलून के संचालन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया को अपनाना तथा इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने रेड जोन से आने वाले सभी लोगों को संस्थागत कोरेंटिन किया जाने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के परीक्षण में नेगेटिव आने के बाद ही लोगों को होम को कोरेंटिन किया जाए।उन्होंने कहा कि अन्य देशों से आने वाले हिमाचलियों के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अन्य भागों से आने वाले हिमाचलियों का पूरा डाटा भी संकलित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 पाॅजिटिव मरीजों की स्क्रीनिंग और मरीज कैसे संपर्क में आया है इसका पता लगाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाए ताकि समय पर उनका उपचार किया जा सके और वायरस को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को कोरोना मुक्त ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जाए ताकि क्वारंटीन रखे गए लोगों की गतिविधियों की प्रभावी तरीके से निगरानी की जा सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि होम कोरेंटिन तंत्र को भी मजबूत और प्रभावी बनाया जाए ताकि होम कोरेंटिन में रखे लोग अलग-थलग रहें और वायरस के चक्र को तोड़ने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि संस्थागत कोरेंटिन में तैनात कर्मचारियों को भी सभी आवश्यक सुरक्षा उपकरण प्रदान किए जाने चाहिए ताकि वे बिना किसी डर के काम कर सकें।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर.डी. धीमान, प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, ओंकार शर्मा, संजय कुंडू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।