जुलाई के पहले सप्ताह में पूरे देश में मनाए जाने वाले वन महोत्सव के अवसर पर हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद् (हिम्कोस्ट) के एच.पी.एनविस हब ने आज “हिमाचल प्रदेश के फ़्लोरा और एविफौनल विविधता” पर एक पुस्तिका जारी की। इस पुस्तिका का अनावरण मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर द्वारा किया गया।
यह पुस्तिका पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के ग्रीन स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज का परिणाम है, जिससे एच.पी.एनविस हब द्वारा निष्पादित किया गया है। विभिन्न पौधों की प्रजातियों के वैज्ञानिक वर्गीकरण, विवरण, पहचान की विशेषताएं और औषधीय उपयोगों के बारे में इस पुस्तक में पूरी जानकारी दी गई है। इसी प्रकार, आमतौर पर पाए जाने वाली पक्षी प्रजातियों की पहचान की विशेषताओं, वितरण और शिकार के व्यवहार की भी जानकारी दी गई है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस पुस्तिका को वर्तमान कोविड-19 महामारी की स्थिति में प्रकाशित करने की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि हिमालयी क्षेत्र की जैव विविधता का महत्व और संरक्षण अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। यह पुस्तिका फील्ड कार्यों के दौरान पौधों और पक्षियों की पहचान के लिए छात्रों, ट्रेनी, शोधकर्ताओं और वन विभाग के कर्मचारियों के लिए गाइड के रूप में बहुत मूल्यवान साबित होगी।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में डॉ. सविता, पीसीसीएफ, वन विभाग (वन्यजीव), निशांत ठाकुर, संयुक्त सदस्य सचिव, हिम्कोस्ट, डॉ.अपर्णा, वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी, हिम्कोस्ट और संतोष ठाकुर, वाइल्ड लाएफर, एच. पी.वन विभाग, शिमला शामिल थे।