
शिमला। मानसून सत्र के पहले दिन ऊना में शराब माफिया के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ। विपक्ष के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी कर रहे थे और स्पीकर राजीव बिंदल की अपील का भी किसी पर कोई असर नहीं हो रहा था। विपक्ष का आरोप था कि ऊना सदर के विधायक सतपाल रायजादा के खिलाफ साजिश की जा रही है। सदन हंगामें के कारण स्थगित भी हुआ और बाद में जब फिर से कार्यवाही शुरू हुई तो हंगामा नहीं रुका। इसी बीच, शोर-शराबे के बीच सीएम जयराम ठाकुर ऊना की घटना पर वक्तव्य देने के लिए उठे। सदन में शोरगुल जारी था। जब विपक्ष का शोर नहीं थमा तो सीएम जयराम ठाकुर की मुद्रा आक्रामक हो गई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि विपक्ष का व्यवहार देवभूमि हिमाचल को शर्मसार कर रहा है। यूं सदन में सीएम जयराम ठाकुर अमूमन शांत रहते हैं, लेकिन आज उनका चेहरा एकबारगी तमतमा गया था। सीएम ने कहा कि सरकार व प्रशासन ने ये कार्रवाई शराब माफिया के खिलाफ की है और विधायक की बात बीच में न लाई जाए। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि ऊना की जिस घटना का जिक्र कर विपक्ष हंगामा कर रहा है उसमें विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कार्रवाई माफिया पर की गई है। माफिया को जिस तरह से कुछ लोगों का संरक्षण मिल रहा है उससे देवभूमि शर्मसार है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार माफिया के खिलाफ कार्रवाई को प्रतिबद्ध है। सरकार की शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई के बाद सदन में विपक्ष की तरफ से जो हंगामा हो रहा है, उसे वे पहली मर्तबा देख रहे हैं। सीएम ने कहा कि नशा माफिया कुछ इलाकों में कितना मजबूत है, उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरा का पूरा राजनीतिक दल सदन में माफिया पर कार्रवाई के खिलाफ खड़ा है।
ऊना के पेखुवेला की घटना पर भी सदन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि 12 अगस्त को पुलिस ने पंजाब नंबर की गाड़ी पीबी 16 ए-4402 को रोका। गाड़ी के चालक ने अपना नाम अरुण कुमार उर्फ रिक्की बताया। गाड़ी की तलाशी लेने पर शराब की पेटियां बरामद की गई। पुलिस के आरक्षी नितिन ने गाड़ी को सडक़ के किनारे लगवाया। इसके बाद मौके पर इनोवा गाड़ी नंबर एचपी 20 एफ-1111 व एचपी20 ए-4420 पहुंची। इनमें से कुछ लोग उतरे और उन्होंने पुलिस के आरक्षियों के साथ मारपीट की। साथ ही पंजाब नंबर की गाड़ी में रखी शराब की पेटियों को निकाल कर सडक़ पर फैंक कर तोड़ा तथा पेटियों को उठा कर अपने साथ ले जाने लगे। इन लोगों ने खुद को विशेष अन्वेषण टीम का सदस्य बताया। उन्होंने बताया कि इनमें से एक गाड़ी विधायक सतपाल रायजादा के नाम पर है। उन्होंने बताया कि इस मामले में विधायक रायजादा के पीएसओ महिंद्र सिंह, चालक विजय कुमार तथा अरुण कुमार उर्फ रिक्की को 13 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। मामले की छानबीन जारी है। यहां बता दें कि इसी मामले में कांग्रेस ने सदन में हंगामा किया और कहा कि विधायक नामक संस्था से खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा। सत्ता पक्ष का कहना था कि कार्रवाई माफिया के खिलाफ की गई है न कि विधायक के खिलाफ।