पहली बार मण्डी जिला से बने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सेरी मंच पहुंचने पर हजारों की संख्या में एकत्रित लोगों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जन सैलाब इतना जबरदस्त व उत्साहित था कि सुरक्षा बलों को सुरक्षा प्रबन्ध करने में कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। इस दौरान मण्डी शहर अनेक प्रकार की स्वागत गतिविधियों से सराबोर दिखा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि वह जिला के लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए लोगों के ऋणी हैं। उन्होंने कहा कि हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर तथा शिमला जिलों से मुख्यमंत्री रह चुके हैं, लेकिन इस बार मण्डी जिले का अधिकार बनता था और लोगों ने इसे साकार कर दिखाया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मण्डी के लोगों का सपना इतनी जल्द पूरा होगा और मैं मुख्यमंत्री बनूंगा। मैं खुश हूं कि चुनाव परिणाम के बाद जोगिन्द्रनगर से अकेले निर्दलीय विधायक ने भी अपना समर्थन हमें दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी भी याद है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुझे मेरे नाम जय राम मेरे पास आओ कह कर बुलाया और कहा कि तुम्हें बहुत बड़ी जिम्मेवारी मिलने वाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें भी पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के विजयी न होने से हुए नुक्सान पर गहरी चिंता है, लेकिन भविष्य के गर्भ में हिमाचल के लोगों के लिए कुछ और छिपा था। उन्होंने कहा कि वह लोगों विशेषकर सिराज विधानसभा क्षेत्र के लोगों के आभारी हैं, जिन्होंने हमेशा ही उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित किया है।
उन्होंने कहा कि आज आनन्द और उत्साह का समय है, क्योंकि कांग्रेस का मण्डी जिला से पूरी तरह से सफाया हो गया है। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए जय राम ठाकुर को ‘धरती पुत्र’ की संज्ञा दी, जो एक गरीब परिवार से उठे हैं और सफलता की नई ऊंचाईयों को छुआ है। उन्होंने कहा कि अनेकों बार मण्डी के लोगों को मुख्यमंत्री पद से वंचित रहना पड़ा। वर्ष 1967 तथा वर्ष 1997 में पार्टी में कुछ काली भेड़ों के कारण जिला को मुख्यमंत्री पद नहीं मिल पाया था। उन्होंने कहा कि अन्ततः मण्डी के लोगों का सपना पूरा हुआ है।
उर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने मुख्यमंत्री तथा अन्यों का स्वागत करते हुए कहा कि हालांकि उन्हांने भाजपा में शामिल होने में देरी की है, परन्तु वह इस बात से खुश हैं कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने का विवेकपूर्ण निर्णय लिया।उन्होंने कहा कि मण्डी के लोगों ने पंडित सुखराम के परिवार का सम्मान बरकरार रखा है। उन्होंने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री पंडित सुखराम की कांग्रेस के लोगों द्वारा अनदेखी की गई और अन्त में उन्हें भाजपा में शामिल होने का निर्णय लेना पड़ा, क्योंकि उनके परिवार को कांग्रेस उच्च नेतृत्व द्वारा प्रताड़ित किया गया। उन्होंने कहा कि मण्डी के लोगों ने कांग्रेस को उसकी असलियत बता दी है और कांग्रेस पार्टी की अराजकता को समाप्त कर दिया तथा जिले से पूरी तरह से उखाड़ फैंका। उन्होंने इसके लिए लोगों का आभार व्यक्त किया। वन मंत्री गोबिन्द सिंह ठाकुर, विधायक सर्वश्री विनोद कुमार, इन्द्र सिंह गांधी, हीरा लाल, राकेश जम्वाल, जवाहर ठाकुर,सुरेन्द्र शौरी, प्रकाश राणा तथा भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी व अन्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।