देश में बढ़ रही पेट्रोल डीजल की कीमतों के खिलाफ आज प्रदेश कांग्रेस ने जयराम सरकार का घेराव किया। जिलाउपायुक्त कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन के साथ ही डीसी शिमला अमित कश्यप को ज्ञापन भी सौंपा। आज कांग्रेस महिला मोर्चा, कांग्रेस सेवा दल और जिला कांग्रेस कमेटी ने मिलकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। महिला मोर्चा ने जहां जिलाउपायुक्त कार्यालय के समक्ष जम कर नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार को मंहगाई के लिए घेरा वहीं जिला कांग्रेस कमेटी ने ज्ञापन सौंप कर डीजल और पेट्रोल के बढ़ते दामों के खिलाफ रोष जताया।
सत्ता में आते ही भूली जनता को भाजपा:
प्रदेश कांग्रेस इकाइयों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करने की मांग की साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर दाम कम नहीं किए गए तो कांग्रेस सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर जाएगी और पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी। इकाइयों ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार हर रोज पेट्रोल डीजल के दाम में वृद्धि कर अपना खजाना भरने में लगी है और लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। मंहगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली भाजपा आज सत्ता में आते ही जनता और महंगाई के मुद्दे को को भूल चुकी है। वह सिर्फ अपनी जेेेबेे भरने में व्यस्त है।
बोले अध्यक्ष:
प्रदेश कांग्रेस की विभिन्न इकाइयों के अध्यक्षों जैनब चंदेल,यशवंत सिंह छाजटा और अनुराग कश्यप ने कहा कि पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों का आम लोगों की जेबों पर सीधा असर पड़ रहा है। केंद्र सरकार को जहां इस कोरोना संकट में लोगों को राहत देनी चाहिए थी वहीं सरकार जनता पर आर्थिक बोझ डालने का काम कर रही है। पहली बार देश में डीजल के दाम इतने ज्यादा बड़े है और आम आदमी को आर्थिक रूप से बेहद कमजोर कर दिया है। कांग्रेस कार्यकाल में दस पैसे भी पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि होती थी तो बीजेपी नेता सड़कों पर हो हल्ला करते थे लेकिन अब तो डीजल के दाम पेट्रोल से ज्यादा हो गए है लेकिन बीजेपी चुपी साधे हुए हैं।
उग्र प्रदर्शन की दी चेतावनी:
इकाइयों के अध्यक्षों ने कहा कि डीजल की कीमतों का प्रदेश पर भी असर पड़ रहा है खास कर बागवानी सीजन पर इसकी मार पड़ेगी और प्रदेश में मंहगाई भी बढ़ेगी। केंद्र सरकार यदि जल्द कीमतें कम नहीं करती है तो कांग्रेस प्रदेश भर में उग्र आंदोलन करेगी। सड़क पर उतर कर जनता के बीच मे मुद्दे लाते रहेंगे और तब तक आंदोलन जारी रखेंगे जब तक सरकार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों पर अंकुश नहीं लगा लेती है।