राजधानी शिमला में दलित शोषण मुक्ति सभा ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। सभा ने प्रदेश सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए नारे बाजी की। दलित शोषण मुक्ति सभा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार दलितों के प्रति अड़ियल और भेदभाव वाला रवैया अपनाए हुए हैं। सभा ने कुमारसेन, करसोग और चौपाल में दलितों के खिलाफ हुए अन्याय को लेकर न्याय की मांग की है। सभा ने इस संबंध ने शिमला जिलाउपायुक्त अमित कश्यप को ज्ञापन भी सौंपा।
सभा के राज्य संयोजक जगत राम ने कहा कि प्रदेश सरकार के शासन काल में दलितों के खिलाफ भेदभाव के मामलों में इज़ाफ़ा हुआ है और प्रदेश सरकार इन घटनाओं को रोकने में असफल है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन दलितों पर हत्या, चोरी और अन्य आपराधिक मामले दर्ज हो रहे हैं। उन्होंने करसोग
जिला में विमला देवी की निर्मम हत्या पर परिवार को मुआवजा राशि देने की मांग की। साथ ही सभा ने कुमारसेन एसडीएम आफिस में मरम्मत का कार्य करवा रहे मृतक ठेकेदार राजेश भारती के परिवार जनों को भी बची राशि देने की मांग की है। कार्यालय द्वारा 3 लाख 28 हज़ार के बिल अभी भुगतान करने बाकी हैं। सभा ने प्रशासन से जल्द से जल्द राशि का भुगतान करने की मांग की है।