कृषि विभाग के तहत आतमा परियोजना में वर्तमान वित वर्ष के दौरान एक करोड़ 36 लाख रूपए की राशि कृषि प्रबंधन कार्यो पर खर्च की जाएगी। अतिरिक्त उपायुक्त डी.के.रतन ने आज आतमा परियोजना की गवर्निंग बॉडी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि गत वर्ष एक करोड़ 51 लाख रूपए की राशि इस योजना के तहत खर्च की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत गत वर्ष 2220 किसानों को विभिन्न प्रशिक्षण व प्रर्दशन कार्यक्रमों द्वारा लाभान्वित किया गया।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत फील्ड कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने का निर्णय लिया गया ताकि वह खंड व अन्य स्तरों पर किसानों को कार्यक्रम के सम्बंध में जानकारी व जागरूकता प्रदान कर सके। उन्होंने बताया कि जल्द ही मशोबरा या चढगांव में किसान मेले का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने गर्वनिंग बॉडी सदस्यों द्वारा कृषक जागरूकता भ्रमण कार्यक्रम को जल्द आयोजित करने के संदर्भ में भी आश्वासन दिया।
आतमा परियोजना के निदेशक डा0 पी.सी.भारद्वाज ने सभी का स्वागत करते हुए बैठक का संचालन किया। उन्होंने परियोजना के तहत कृषकों के हितो के लिए किए जा रहे प्रयासों के संदर्भ में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला में किसानों व बागवानों को कृषि एवं बागवानी के विकास के लिए इस योजना के तहत भिन्न भिन्न सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।
बैठक में गर्वनिंग बॉडी सदस्य ज्योतिलाल मेहता, गोविंद सिंह बांश्टू, क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक एम.एस.मनकोटिया, उप निदेशक बागवानी एन.के.मेहता, उप परियोजना निदेशक आत्मा राजेन्द्र भारद्वाज, उप निदेशक कृषि रत्नसिंह ठाकुर, ए.पी.एम.सी. जिला ग्रामीण विकास अभिकरण,वन विभाग व सम्बद्ध विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।