
युवा भाजपा नेता चार बार के सांसद और केंद्रीय वित्त मंत्रालय में राज्यमंत्री के तौर पर अपनी नई पारी शुरू करने वाले अनुराग ठाकुर के इरादे बड़े नेक हैं। उन्हें न केवल बच्चों से प्यार है, बल्कि वे बच्चों में ज्ञान की दीपक जलाने के लिए एक नई पहल भी कर रहे हैं। अनुराग ठाकुर ने ऐलान किया है कि उनसे मिलने के लिए आने वाले बुके लेकर न आएं। इसकी जगह कोई न कोई किताब लाएं। भेंट की गई किताबों को वे अपने संसदीय क्षेत्र में बच्चों के लिए लाइब्रेरी में देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ऐसी ही नवीन सोच के मालिक हैं। अब उनकी टीम के युवा नेता भी ऐसी सोच को आगे बढ़ा रहे हैं। स्माइल संसद मोबाइल लाइब्रेरी फॉर एजूकेशन में ये किताबें रहेंगी और बच्चे उन किताबों का उपयोग कर पाएंगे। किसी राजनेता का किताबों से स्नेह अपने आप में बड़ी बात है। समय के इस दौर में जब विभिन्न स्तरों पर अंधेरा चर्चा में है, अनुराग ठाकुर की ज्ञान की ये पहल उजाले की बात करती है। किताबें किसी भी मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र हैं। खासकर युवा आयु के जोश को किताबें सही दिशा देती हैं। इस पहले के जरिए अनुराग ठाकुर ने ये संकेत भी दिया है कि उनके लिए स्वागत के तौर पर औपचारिकता का कोई स्थान नहीं है। इससे समाज में भी सुखद संकेत जाएगा। साथ ही राजनीति का मकसद भी पूरा होता है, जिसके अनुसार समाज को दिशा देने की बात की जाती है।
दरअसल, अनुराग ठाकुर अपने संसदीय क्षेत्र के लिए कई कार्यक्रम करते हैं। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के युवाओं को देश भर में भ्रमण भी करवाया है। कई एजुकेशन टुअर आयोजित किए हैं। खेल हो या समाजसेवा अनुराग ठाकुर का सभी जगह डंका बज रहा है। क्रिकेट के लिए उनकी देन सभी जानते हैं। हिमाचल के धर्मशाला को विश्व क्रिकेट के नक्शे पर अनुराग ही लाए हैं। लगातार चौथी बार जीत दर्ज कर वे इस बार राज्यमंत्री बने हैं। उन्हें वित्त व कारपोरेट अफेयर्स मंत्रालय में राज्यमंत्री का दर्जा देकर पीएम नरेंद्र मोदी ने साबित किया है कि वे अपनी टीम में युवा जोश को महत्व देते हैं। अनुराग ने भी कहा है कि वे पीएम नरेंद्र मोदी के भरोसे पर खरा उतरेंगे।