कोरोना महामारी के कारण देश-प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। एक और इस बीमारी के चलते लोगों का बढ़ता बेरोजगारी का आंकड़ा और दूसरी तरफ सरकार के समक्ष कोविड-19 से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए चिकित्सा सुविधाएं जुटाना, काफी बड़ी समस्या और चुनौती है। इस वैश्विक आपदा से निपटने के लिए सरकार ने लोगों से आर्थिक अंशदान की अपील की है जिसके तहत सरकारी व गैर सरकारी संगठनों के अलावा आम जनता ने भी आगे बढ़कर अंशदान किया है। इस लड़ाई में शिमला की बारहवीं कक्षा की अमृतांशु शर्मा भी पीछे नहीं है। अमृतांशु ने मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना जेब खर्च दान देकर मानवता और समाज सेवा की मिसाल पेश की है।
मानवता का अनुकरणीय उदाहरण पेश करने वाली यह बेटी जिला शिमला के माॅर्डन पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल फागू की छात्रा है। अमृतांशु शर्मा ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपने जेब खर्च में से 5100 रुपये का चेक भेंट किया। अमृतांशु न केवल सामाजिक सेवा करने में अव्वल है बल्कि पढ़ाई के क्षेत्र में भी कुशाग्र छात्रा है। अमृतांशु ने इस इस वर्ष मार्च में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित बारहवीं की परीक्षा के कला संकाय में तृतीय स्थान भी हासिल किया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश की बेटी की समाज सेवा की भावना की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थियों द्वारा किए गए इस तरह के अनुकरणीय कार्य न केवल अन्य लोगों को प्रेरित करते हैं बल्कि सरकार द्वारा समाज कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों को पूर्ण करने में अहम भूमिका निभाते हैं। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज भी इस अवसर पर उपस्थित थे।