शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जनता के नाम पत्र व केंद्र और राज्य सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों की जानकारी के प्रपत्रों का शिमला के मिडिल बाजार, भराड़ी, टूटीकंडी तथा फागली वार्ड में वितरण किया।
इस दौरान उन्होंने लोगों से भेंट कर केेंद्र सरकार की उपलब्धि को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में स्वर्णीम अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने वर्ष 2014 में देश में और वर्ष 2017 में प्रदेश में बड़े परिवर्तन के लिए जनादेश दिया था। देश ने यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में व्यवस्थाओं को जड़ता और भ्रष्टाचार के दल-दल से बाहर निकलते हुए देखा।
उन्होंने कहा कि इस दौरान जहां देश में राजनैतिक इच्छा शक्ति का परिचय देते हुए लंबे समय से चले आ रहे मामलों में ऐतिहासिक निर्णय लिया गया, जिसके तहत दो नए केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख बनें जहां तीव्र विकास के रास्ते खोले गए। नागरिक संशोधन अधिनियम को लागू किया गया। राम मंदिर निर्माण, तीन तलाक का मामला, करतारपुर गलियारा राष्ट्र को समर्पित करना जैसे चुनौतीपूर्ण निर्णय लिए गए।
इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार द्वारा दो वर्ष के दौरान अनेक जन कल्याणकारी नीतियां व योजनाएं लागू कर प्रदेश की जनता को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दौरान आर्थिकी को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मनरेगा योजना तथा शहरी आजीविका मिशन के तहत हजारों बेरोजगारों को रोजगार प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में कोरोना वायरस पर नियंत्रण कर आम जन समुदाय तक नहीं फैलने दिया गया है। आर्थिक गतिविधियों को तेज करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयत्नशील हैं। उन्होंने बताया कि देश व प्रदेश की सरकार हर क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रही है चाहे कोरोना वायरस को रोकने में हो या अर्थव्यवस्था में तेजी लाने का कार्य हो। प्रदेश सरकार द्वारा इस महामारी के नियन्त्रण हेतु सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष राजेश शारदा, महामंत्री सुशील चौहान, गगन लखनपाल,पार्षद संजीव सूद, दीपक शर्मा, नवीन सूद, दीपक श्री धर, हेमा कश्यप आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
केंद्र सरकार की उपलब्धियां लोकतंत्र का स्वर्णिम अध्याय
शिक्षामंत्री सुरेश भारद्वाज ने केंद्र और राज्य सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों के प्रपत्र किए वितरित