उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां सेब सीजन के दौरान जिला में विभिन्न तैयारियों बारे समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों, बागवानों और ट्रक ऑपरेटर यूनियनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि इस वर्ष लगभग एक करोड़ 46 लाख से अधिक सेब पेटियों का उत्पादन होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सेब उत्पादन क्षेत्रों में ढुलाई दरों में गत वर्ष की निर्धारित दरों से 10 प्रतिशत अधिक की बढ़ौतरी की गई है। पिकअप, बोलेरो कैम्पर द्वारा सेब ढुलाई की दरें प्रति किलोमीटर तथा सेब बॉक्स की सीमित संख्या के आधार पर, प्रत्येक क्षेत्र की दूरी को मध्यनजर रखते हुए अलग से निर्धारित की जाएगीं।
नारकंडा, खड़ापत्थर, नैना नियर बलग, रामपुर, फैडजपुल, कुड्डू में सेब नियंत्रण कक्ष 15 जुलाइ, 2016 से कार्य करना आरंभ कर देंगे। उन्होंने कहा कि सेब सीजन आरंभ होने से पहले रोहड़ू से खड़ापत्थर सड़क का मुरम्मत कार्य पूरा कर लिया गया है। खड़ापत्थर से कोटखाई की ओर जाने वाली सड़क में निहारी के निकट दो-तीन जगहों के अतिरिक्त मुरम्मत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उपायुक्त शिमला ने बताया कि राज्य सड़क परियोजना के अधिकारियों ने विश्वास दिलाया है कि सेब सीजन आरंभ होने से पहले कोटखाई से खड़ापत्थर के मध्य सड़क के मुरम्मत कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला के सेब उत्पादक क्षेत्रों में संपर्क सड़कों के मुरम्मत कार्य को समयबद्ध पूरा किया जाए, ताकि सेब सीजन के दौरान बागवानों को अपने उत्पाद मंडियों तक पहुंचाने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उपायुक्त शिमला ने हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के अधिकारियों को सेब सीजन के दौरान विद्युत की आपूर्ति को नियमित रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त डी के रतन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था), सहायक आयुक्त, जिला के सभी उपमण्डलाधिकारी, फल एवं सब्जी उत्पादक संघ, ट्रक ऑपरेटर संघ तथा जिला के अन्य गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।