आपदा प्रबंधन में पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला आज उपायुक्त कार्यालय के रोजना हॉल में आरंभ हुई। प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए विशेष सचिव राजस्व आपदा प्रबंधन हिमाचल प्रदेश सरकार डीडी शर्मा ने आज यहां बताया कि कार्यशाला का मूल उद्देश्य आपदा प्रबंधन में पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं के तहत क्षमता प्रशिक्षुओं की पहचान करना तथा ऐसे प्रशिक्षुओं को तैयार करना है, ताकि पंचायत स्तर पर लोगों को अधिक से अधिक जानकारी प्रदान की जा सके।
उन्होंने बताया कि आज कार्यशाला के दौरान रिसोर्स पर्सन दलीप कुमार द्वारा आपदा प्रबंधन के संबंध में विस्तृत परिचय व आपदा जोखिम न्यूनीकरण के हालिया प्रयासों पर जानकारी प्रदान की गई। रिसोर्स पर्सन वंदना चौहान द्वारा आपदा के बचाव के लिए की जाने वाली तैयारियों व शमन में क्षमता वृद्धि की आवश्यकता तथा पंचायती राज विकासात्मक ऐजेंडे की संपूर्ण योजना में पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका पर जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी प्रोटोकॉल सुनील शर्मा ने सभी का स्वागत किया और कार्यशाला के मतव्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कार्यशाला के संबंध में किसी भी प्रकार की सहायता व जानकारी के लिए प्रशिक्षण एवं क्षमता वृद्धि समन्वयक डॉ. नेहा शर्मा मोबाईल नंबर 9857379885 अथवा दूरभाष नंगर 0177-2653436 के अतिरिक्त ईमेल ddma-shi-hp@gov.in पर संपर्क कर सकते हैं। राज्य परियोजना अधिकारी यूएंडडीपी श्री मानस द्विवेदी भी इस अवसर पर मौजूद थे।