ग्रामीण यान्त्रिकी आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत उद्योग केन्द्र द्वारा बी.पी.एल परिवारों से सम्बन्ध रखने वाले अनुसूचित जाति के 39 युवकों का चयन किया गया है। यह जानकारी आज उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर ने यहां दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत विकास खण्ड रामपुर तथा ननखरी से दुर्गा सिंह, पूर्वराज, मानसिंह, मूरत सिंह, पवन कुमार, संजीव कुमार, विकास खण्ड नारकण्डा से रमेश कुमार, विजय कुमार, मनोज, दिनेश चन्द, निखिल कौशल, विकास खण्ड ठियोग से प्रदीप कुमार, विक्रान्त कौशल, पवन कुमार, शेर सिंह, हंस राज, विकास खण्ड रोहडू से मीत कुमार,विजय कुमार, कपिल, भगत राम, विवेक, सुरेन्द्र, विकास खण्ड जुब्बल से कपिल, तारा चन्द, रविन्द्र सिंह, निशु, रविन्द्र, मुकेश कुमार, पंकज, सूरजीत कुमार, विकास खण्ड चिड़गांव से अकिंत कुमार, अमित सिंह, विकास खण्ड मशोबरा तथा बसन्तपुर से सर्व दर्शन लाल, घनश्याम, रजनीश नेगी तथा विकास खण्ड चौपाल से राहुल, प्रकाश क्रिशन्त दत्त, राजिन्द्र सिंह को चयनित किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिले में इस योजना का क्रियान्वयन पिछले तीन वर्षों से सफलता पूर्वक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशिणार्थी को प्रतिमाह 2400 रू0 वजीफा व चयनित उद्यम के प्रशिक्षक को 500 रू. प्रतिमाह मानदेह प्रदान किया जाएगा ।प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरान्त 7000 रू. तक टूल किट भी दी जाएगी। अभीतक इस योजना के अन्तर्गत 51 लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। 22 प्रशिणार्थियों ने प्रशिक्षण उपरान्त अपने उद्यम अथवा इकाईयां स्थापित की हैं। विभिन्न ओद्यौगिक इकाईयों में 29 युवा कुशल कारीगर बनकर अच्छा वेतनमान पा कर आत्म निर्भर बन गए हैं। प्रशिक्षणार्थियों के चयन में जिला परिषद सदस्यों व पंचायत समितियों द्वारा सहयोग किया गया।