37 नहीं, 35 बिजली प्रोजेक्टों के लिए चौथी बार टेंडर

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प्रदेश सरकार को पिछले तीन सालों से बिजली परियोजना क्षेत्र में निवेशक नहीं मिल रहे हैं। ऊर्र्जा निदेशालय ने प्रदेश में स्थापित होने वाले 37 नहीं, 35 बिजली प्रोजेक्ट्स स्थापित करने के लिए चौथी बार टेंडर आमंत्रित किए हैं। राज्य सरकार ने दो बिजली परियोजनाओं को इस सूची से बाहर कर दिया। निदेशालाय ने ग्लोबल टेंडर आमंत्रित करने के लिए 31 अगस्त अंतिम तिथि रखी है और 31 अगस्त को ही बिड खुलेगी। इससे पहले तीन बार टेंडर आमंत्रित किए, लेकिन किसी भी कंपनी ने रुची नहीं दिखाई। विद्युत क्षेत्र में निवेश लाने के लिए राज्य सरकार ने ऊर्जा नीति में बड़े बदलाव किए हैं। ऊर्जा विभाग ने इन परियोजनाओं को स्थापित करने के लिए इससे पहले 31 मई तक टेंडर आमंत्रित किए थे, लेकिन एक भी निवेशक आने का तैयार नहीं हुआ। यही वजह है कि अब पहली से 31 अगस्त तक फिर से टेंडर आमंत्रित किए हैं।

न्यू पॉवर पॉलिसी के मुताबिक बिजली प्रोजेक्टों की लीज मनी को 10 फीसदी से कम कर एक फीसदी तक लाया गया है। अपफ्रंट प्रीमियम भी अब 20 और 35 लाख के बजाय एक लाख प्रति मैगावाट होगा। हालांकि टेंडर के समय ज्यादा अपफ्रंट प्रीमियम के आधार पर आवंटन होगा। यानी एक लाख रुपए बेस प्राइस की तरह होगा। फैसला लिया गया कि छोटे बिजली प्रोजेक्टों के लिए ग्लोबल बिड की जाएगी और सबसे ज्यादा अप-फ्रंट प्रीमियम के आधार पर ये आबंटित होंगे। इसके लिए टेंडर की शर्तों में भी छूट मिलेगी। ऊर्जा विभाग की तरफ से इन प्रोजेक्टों के लिए बार-बार निविदाओं को आमंत्रित करने के बावजूद इसका आवंटन नहीं हो पाया है। प्रदेश सरकार ने छोटे बिजली प्रोजेक्ट्स में निवेश करने वालों को राहत देने के लिए ही पॉवर पॉलिसी में संशोधन किया है।

राशील व तांदी परियोजना लिस्ट से बाहर
प्रदेश सरकार ने 37 छोटे प्रोजेक्ट्स में से राशील व तांदी परियोजना को सूची से बाहर कर दिया है। ऐसे में 130 मेगावाट की क्षमता वाली राशील व 104 मेगावाट की क्षमता वाली तांदी परियोजना को फिलहाल रद्द कर दिया गया।

इन प्रोजेक्टों के लिए किए टेंडर
65 मेगावाट का पत्तम, 6.5 मेगावाट साल-1, 6 मेगावाट का खायूली-2, 45 मेगावाट का बराखंबा, 14 मेगावाट का छोबिया-1, 98 मेगावाट का सटिंगरी, 8 मेगावाट का लोअर मैहल, 11 मेगावाट का सुंदराली, 18 मेगावाट तुंदाह-2, 7.5 मेगावाट मी, 24.5 मेगावाट का जनकार, 6.2 मेगावाट कुटोई, 12.8 मेगावाट गलवात, 5.8 मेगावाट यू.आर.-1, 8.4 मेगावाट नोगली टॉप, 36.9 मेगावाट वनगार-2, 8.4 मेगावाट दुलिंग, 63.6 मेगावाट तागला, 205 मेगावाट रोपा स्टेज-2 व 3, 20.8 मेगावाट माकोरी, 21.9 मेगावाट मनालसू, 19.5 मेगावाट ललूनी, 19.1 मेगावाट कैलीहैन, 18 मेगावाट जनगलिंख, 12 मेगावाट रोपा टॉप, 17 मेगावाट दुनाली स्टेज-1 व 2, 10 मेगावाट वनगार, 7 मेगावाट सेरी रावला, 24 मेगावाट होजीस, 15 मेगावाट रुपिन-2, 15 मेगावाट ग्यामथिंग स्टेज-1 और 20 मेगावाट बुजलिंग प्रोजैक्ट शामिल हैं।
कोट

37 में से दो परियोजनाओं को रद्द कर सूची से बाहर कर दिया है। ऐसे में अब 35 नए बिजली प्रोजेक्टों के लिए फिर से टेंडर आमंत्रित किए हैं। 31 अगस्त अंतिम तिथि है और पहली अगस्त को बिड डॉक्यूमेंट बिकेगा।

-तरूण श्रीधर, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा।

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