सुंदरनगर: सुंदरनगर में बतौर डायलिसिस टेक्निशियन के पद पर कार्यरत अमन वर्मा को ‘कोरोना वारियर्स’ का ईनाम मिला है। अमन वर्मा को ये खिताब निहरी तहसील कार्यालय में भारत सरकार द्वारा प्रायोजित प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना के अंतर्गत सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम प्रचार प्रसार की बैठक में दिया गया। वहीं मात्र 20 वर्ष के डायलिसिस टेक्नीशियन अमन इस अवार्ड को पाकर काफी उत्साहित भी दिखे।
अमन वर्मा सुंदरनगर उपमंडल के निहरी क्षेत्र की ग्राम पंचायत रोहांडा के गांव चकरौट के स्थाई निवासी हैं। अमन वर्मा कोरोना महामारी के इस दौर में डायलिसिस टेक्नीशियन के तौर पर एक कोरोना वारियर बन कर अपनी डयूटी बखूबी निभा रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने किडनी रोग से ग्रसित एक महिला का डायलिसिस किया था। बाद में महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी और कुछ दिन बाद उसकी मौत भी हो गई थी। महिला के प्राथमिक संपर्क में आने पर अमन वर्मा को प्रशासन के दिशानिर्देशानुसार 14 दिन के लिए होम क्वारंटाईन में भी रहना पड़ा था। वहीं अमन वर्मा का एतिहातन तौर पर कोविड-19 के दो बार सैंपल भी लिए गए थे जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
अमन वर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में वे अपनी सेवाएं किडनी रोग से ग्रस्त मरीजों को निरंतर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौर में मरीजों की सेवा करने को लेकर उन्हें प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना के अंतर्गत सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम प्रचार प्रसार के द्वारा ‘कोरोना वारियर’ का अवार्ड दिया गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी वे अपना कर्तव्य का पालन पूरी निष्ठा से करते रहेंगे। उन्होंने प्रदेशवासियों से कोरोना से बचाव को लेकर घर पर रहने और किसी जरूरी कार्य के लिए घर से बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग करने की अपील की है।
अमन वर्मा ने इस अवार्ड के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, एमएसएमई के प्रदेशाध्यक्ष रवि कांत,जिलाध्यक्ष भगत राम,राज्य महामंत्री ललित सैनी व राज्य प्रभारी राज ठाकुर का धन्यवाद किया है।