मानसून के रौद्र रूप को देखते हुये राज्य सरकार ने लोगों खासकर सैलानियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। राज्य गृह विभाग के अनुसार सभी जिलाधीशों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तयार रहने को कहा गया है जबकि समय समय पर आम जनता और सैलानियों की सुविधा के लिए सूचना संप्रेषित करने के भी निर्देश दिये गए हैं। नदियों किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानो पर जाने और सैलानियों को भीतरी भागों या ऐसे स्थानो पर जाने से परहेज रखने को कहा गया है जहां मानवीय गतिविधियां अपेक्षाकृत कम हैं। विभिन्न बांधो के प्रवंधनों को भी सतर्क रहने को कहा गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निबटा जा सके। उल्लेखनीय है की मौसम विभाग ने आगामी दिनो मैं राज्य मैं भारी से अत्यधिक बारिश का अलर्ट जारी किया है जिसके बाद राज्य सरकार ने ये कदम उठाया है।
मौसम विभाग की केंद्रीय स्तर पर चेतावनी के मद्देनजर भारत तिब्बत सीमा पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल पहले से ही अतीति पर नज़र बनाए हुये है। आई टी बी पी ने जहां राज्य मैं बाढ़ से निबटने के लिए शिमला किन्नौर और मंडी तीन केंद्र चिन्हित किए हैं वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल की भटिंडा स्थित वाहिनी भी अलर्ट पर रखी गई है।
भरी बारिश के चलते जहां राज्य मैं जलविद्धुत परियोजनाएं ठप्प हुयी हैं वहीं करीब पचास संपर्क मार्ग भी बाधित हुये हैं। ज्यादा असर कुल्लू और मंडी जिलों मैं हुआ है झान कुछ स्थानो पर भूस्व्खल्न के भी समाचार हैं।
उधर झमाझम बारिश का दौर आज भी बदस्तूर जारी रहा। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों मैं आज भी अच्छी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के रिकार्ड के अनुसार हमीरपुर के भोरंज मैं सर्वाधिक 49 मिलीमीटर और आघार मैं 41 मिलीमीटर बारिश हुयी । इसी तरह सोलन जिला के मशहूर पर्यटन एसटीएचएल कसौली मैं भी खूब मेघ बरसे और 34 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि कसौली के निकट धर्मपुर मैं 23 मिलीमीटर बारिश हुयी। इसी तरह शिमला के माशोबरा मैं 33 मिलीमीटर। सराहन मैं 25 और कांगड़ा मैं 24 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है