भरी बरसात मैं शिमला शहर का सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट जल जाने से शहर मैं बीमारियाँ फैलने का अंदेशा बढ़ गया है। नगर निगम का टुटू के भरियाल स्थित कचरा सयंत्र आग मे स्वाह हो गया है। हलङ्कि निगम खुद इसे दुर्घटना नहीं मान रहा है और उसके अनुसार कचरा सयंत्र चलाने वाली कंपनी से स्वनी इस घटना को अंजाम दिया है। सयंत्र पाँच साल पहले स्थापित हुआ था जिसे मुंबई की हैंजर बाइयो टेक नमक कंपनी चला रही थी। कमनी को डेढ़ सौ रूपाय प्रति मीट्रिकटन प्र्टिडीन के हिसाब से पैसे का भुगतान भी किया जा रहा था। लेकिन अचानक तीन माह पहले कंपनी ने कचरा शोधन बंद कर दिया था। और अब पूरे संयत्र के राख़ हो जाने पर खुद निगम सवाल उठा रहा है। नगर निगम के उप महापौर टिकेन्द्र पंवर के मुताबिक कंपनी का ट्रैक रेकर्ड इस मामले मैं संदिग्ध है और कई अन्य शहरों मैं भी इसी तरह से कंपनी काम छोडकर भाग चुकी है।
टिकेन्द्र पंवर के अनुसार कंपनी के खिलाफ पुलिस मैं रिपोर्ट दर्ज करा डी गई है। लेकिन इस सबके बीच बरसात के मौसम मैं कचरे से बीमारियाँ फैलने का खतरा भी पैदा हो गया है। शिमला शहर से प्र्टिडीन 80 टन कचरा निकलता है। अप्रैल से संयंत्र बंद होने के कारण पहले ही कचरे के ढेर लगे हुये हैं और अब तो पूरा संयंत्र ही राख़ हो गया है । इस वजह से हालाट आगे चलकर बिगड़ सकते हैं। हालांकि निगम के अनुसार वैकल्पिक व्यवस्था के प्रयास शुरू कर दिये गए हैं।