सरकाघाट के सुर्यांश राणा ने किक बॉक्सिंग खेल में देश की टीम में स्थान हासिल कर क्षेत्र के साथ पुरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। सुर्यांश ने स्टेट और नेशनल लेवल में बेहतर प्रदर्शन करके देश की अंडर 17 किक बॉक्सिंग टीम में स्थान पक्का किया है। किक बॉक्सिंग में कई गोल्ड और अन्य मैडल अपने नाम कर चुके सुर्यांश राणा आजकल जुनियर वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटे हैं और रोजाना कई कई घंटों प्रक्क्टिस कर रहे हैं। सरकाघाट के गरली क्षेत्र से सबंध रखने वाले सुर्यांश राणा के पिता सिविल इंजीनियर हैं और उनका कहना है कि वे अपने बेटे के प्रदर्शन से काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि सुर्याश किक बॉक्सिंग खेल के प्रति पुरी तरह समर्पित है और उन्हें आशा है कि वे देश के लिए गोल्ड जरूर लेकर आंएगे।
5 वीं कक्षा के बाद मार्शल आर्ट सीख रहे हैं सुर्यांश
किक बॉक्सिंग टीम में शामिल होने वाले देश के चंद खिलाडियों में से एक सुर्यांश अभी 12 वीं कक्षा के छात्र हैं। सुर्यांश के पिता अनिल राणा ने बताया कि वे खुद खेलों से जुडे रहे हैं और कॉलेज और युनिवर्सिटी लेवल में रेस्लिंग के खिलाडी रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुर्यांश जब 5 वीं कक्षा में पढ रहा था तभी से उसे मार्शल आर्ट की कक्षाओं में भेजना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सुर्यांश पिछले सात सालों से लगातार मेहनत कर रहा है जिसकी बदौलत उसने अपने नाम कई खिताब किए हैं। अभी सुर्यांश डीएवी सोलन में 12 वीं कक्षा के छात्र हैं।
ओलंपिक में गोल्ड लाना है लक्ष्य
सुर्यांश ने किक बॉक्सिंग में देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड लाने का लक्ष्य रखा है। सुर्यांश इसके लिए रोज़ाना कई घंटों तक प्रैक्टिस करते हैं। सुर्यांश के पिता अनिल राणा का कहना है कि वे सुर्यांश के खेल को बढावा देने के लिए कोई कसर नहीं आने देंगे और आशा करते हैं कि सुर्यांश बहुत आगे बढे और क्षेत्र के साथ प्रदेश व देश का नाम भी रोशन करे। सुर्यांश ने अपनी सफलता का श्रेय डॉ संजय यादव, अजय जस्वाल, संजय जस्वाल और एंथोनी को दिया है। सुर्यांश के चयन के लिए सरकाघाट की आवाज हमारी आवाज संघ ने बधाई दी है और उनके बेहतर खेल प्रदर्शन की भी कामना की है।