
सुंदरनगर : भारत सरकार के समाज कल्याण एवं अधिकारिता विकास मंत्रालय के तहत सुंदरनगर में चल रहे एकमात्र संयुक्त केंद्रीय दिव्यांगजन केंद्र में अगले शैणणिक सत्र से विशेष बच्चों के लिए दो नये डिप्लोमा कोर्स शुरु होने जा रहे है। जिसके लिए भारतीय पुर्नवास परिषद ने मंजूरी दे दी है। संस्थान में इन कोर्सों के लिए व्यवस्था गत ढांचा उपलब्ध करवाने के लिए कार्य शुरु हो गया है। संस्थान में जो दो नए डिप्लोमा कोर्स शुरु होने जा रहे है, उनमें दृष्टिहीनों के लिए एक वर्षीय कंपयूटर शिक्षा डिप्लोमा व दो वर्षीय डिप्लोमा इन साइन लेंवेज एंड इंटरप्रिटेशन शामिल है। भारतीय पुर्नवास परिषद से मान्यता प्राप्त यह दोनों ही डिप्लोमा कोर्स पहली बार हिमाचल प्रदेश में शुरु होने जा रहे है। यह कोर्स दृष्टिहीन व मूक बाघिर बच्चों को कंपयूटर शिक्षा के साथ जोडऩे में बेहद कारगर साबित होंगे। इन कोर्सों को इनके अनुकूल बनाने के लिए विशेष साफ्टवेयर तैयार किये गये है। जिससे इन्हें कंपयूटर शिक्षा ग्रहण करने में कोई परेशानी नही होगी। इन कोर्सों में कोई भी दाखिला ले पायेगा और शिक्षा ग्रहण करने के बाद विभिन्न संस्थानों में दृष्टिहीन व मूक बाघिर बच्चों को पढ़ाने के लिए मान्य होगा। इस दोनों ही कोर्स के लिए 20-20 सीटे प्रस्तावित की गई है। इससे पहले शिक्षकों के लिए यहां पर इन विषयों पर 7-10 दिन के शार्ट टर्म कोर्स ही करवाये जाते रहे है।
सुंदरनगर में तैनात संयुक्त केंद्रीय दिव्यांगजन केंद्र के प्रभारी अधिकारी मनजीत सैनी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में दिव्यांगजनों की संख्या को देखते हुए संस्थान चल रहे कोर्स बेहद रोजगारमुखी साबित हो रहे है। अब दो नये कोर्स शुरु होने से दृष्टिहीन व मूक बघिर बच्चों को कंपयूटर शिक्षा प्राप्त करना सहज हो जाएगा।
मनजीत सैनी का कहना है कि अगले शैक्षणिक सत्र से दोनों नये कोर्स शुरु हो जाएंगे। इसको लेकर भारतीय पुर्नवास परिषद शीघ्र ही संस्थान में निरीक्षण को आएगी।