भारतीय रेल तथा रेल की पीएसयू कंपनियां ‘रेल इंडिया टेक्नीकल एंड इकोनोमिक सर्विस’(राइट्स), ‘इंस्टीट्यूट ऑफ रोलिंग स्टॉक इंजीनियर्स’ (आईआरएसई) और ‘इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ मैकेनिकल इंजीनियर्स एसोसिएशन’ (आईआरएसएमईए) 09 और 10 अक्तूबर, 2015 को नई दिल्ली में ‘रेल कोच इंटीरियरः नवाचार, सुरक्षा, आराम’ पर एक अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी सम्मेलन का आयोजन कर रही हैं। इस सम्मेलन में चीन, जापान, इटली, स्पेन, ऑस्ट्रिया, इंग्लैंड, जर्मनी, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के भाग लेने की उम्मीद है।
इस सम्मेलन के लिए विषय वस्तु एवं उप विषय वस्तु इस प्रकार हैं:
- आरामदायक रेल कोच खाका एवं सुविधाएं
- सीट एवं बर्थ की प्रणालियां
- केस अध्ययनः जगह का अधिकतम उपयोग
- दीवारों, विभाजकों एवं छतों का चौखटा तैयार करना।
- रंग योजनाएः भीतरी एवं बाह्य
- फर्श निर्माण प्रणाली
- यात्री सुरक्षा, हिफाज़त एवं पहुंच प्रणाली
- गलियारा एवं मध्य पथ
- रेल परिवहन उपयोगों के लिए सीसीटीवी प्रणाली
- स्वचालित प्रवेश एवं भीतरी द्वारों का प्रावधान
- खिड़की प्रणालियां
- रेल कोचों एवं बर्थों पर चढ़ने के लिए सीढ़ी की व्यवस्था
- कोचों पर संकेत चिह्न
- निःशक्तजनों के लिए सुविधाएं
- वातानुकूलन एवं रेल प्रकाश प्रणाली
- वातानुकूलन प्रणाली, डक्टिंग
- आधुनिक रेल प्रकाश प्रणाली
- यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली
- स्वच्छता अनुकूल कोच शौचालय एवं सुविधाएं
- स्थान के अधिकतम उपयोग एवं आधुनिक फिटिंग से सुसज्जित कोच के शौचालय
- कीटनाशक एवं कृंतक नियंत्रण उपाय
- कूड़ेदान एवं कूड़ा भंडार एवं निपटान प्रणाली
- आंतरिक सुसज्जा एवं आवरण के लिए अन्वेषक सामग्रियां
- हल्के वजन के आवरण एवं सुसज्जा सामग्रियां
- रखरखाव मुक्त/अनुकूल सुसज्जा सामग्रियां
- किफायती, सुंदर एवं सुरक्षित सामग्रियां
- भीतरी ध्वनि एवं धूल कम करने वाली सामग्रियां
- पर्यटक, सेवा कोच एवं उपकरण
- लग्जरी कोच डिजाइन
- पेंट्री/हॉट बुफे डिब्बे एवं उपकरण
- जल/कॉफी वेंडिंग मशीन
- कोचों के आंतरिक उन्नयन के लिए वित्त पोषण प्रतिरूप